असम की हिमंत बिस्व सरमा सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया है. अब कर्मचारियों को माता-पिता और सास-ससुर के साथ समय बितान के लिए दो दिन का विशेष आकस्मिक अवकाश दिया जाएगा. हालांकि, जिनके माता-पिता या सास-ससुर नहीं हैं, वह इसका लाभ नहीं ले सकेंगे. साल 2021 में असम के मुख्यमंत्री बनने के बाद हिमंत बिस्व सरमा ने इन विशेष छुट्टियों की घोषणा की थी, जिसे अब सरकार लागू करने जा रही है. 


मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने गुरुवार (11 जुलाई, 2024) को कहा कि असम सरकार ने अपने कर्मचारियों को माता-पिता या सास-ससुर के साथ समय व्यतीत करने के लिए नवंबर में दो दिन का विशेष आकस्मिक अवकाश देने की घोषणा की है. विशेष छुट्टियों को निजी मनोरंजन के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता और जिन कर्मचारियों के माता-पिता या सास-ससुर नहीं है उन्हें छुट्टियां नहीं मिलेंगी.


सीएमओ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा के नेतृत्व में असम सरकार ने छह और आठ नवंबर 2024 को राज्य सरकार के कर्मचारियों को उनके माता-पिता या सास-ससुर के साथ समय बिताने के वास्ते विशेष आकस्मिक अवकाश देने की घोषणा की है.'


इसमें कहा गया है कि छुट्टियों का इस्तेमाल केवल बुजुर्ग होते माता-पिता या सास-ससुर के साथ समय बिताने के लिए किया जाएगा न कि निजी मनोरंजन के लिए, ताकि उनका सम्मान किया जाए और उनकी देखभाल की जा सके. सीएमओ ने कहा कि सात नवंबर को छठ पूजा, नौ नवंबर को दूसरे शनिवार की छुट्टी और 10 नवंबर को रविवार की छुट्टी के साथ ही इन छुट्टियों को लिया जा सकता है.


सीएमओ ने कहा कि आवश्यक सेवाओं में काम कर रहे कर्मचारी चरणबद्ध तरीके से इसे ले सकते हैं. मुख्यमंत्री सरमा ने 2021 में पदभार संभालने के बाद स्वतंत्रता दिवस पर अपने पहले भाषण में इन विशेष छुट्टियों की घोषणा की थी.


(पीटीआई-भाषा से इनपुट)


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