गोवाहाटी: भारतीय महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में कम से कम एक कांस्य पदक पक्का कर लिया है. जैसे ही ओलंपिक में लवलीना का पदक पक्का हुआ है वैसे ही उनके घर तक जाने वाली कच्ची सड़क अब पक्की हो गयी है. स्थानीय विधायक बिस्वजीत फूकन ने लवलीना के घर तक की सड़क पर पथर डलवा के सड़क पक्की कर दी है और जल्द ही उसे पूरा ठीक भी कर दिया जाएगा.
लवलीना बोरगोहेन ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारत का पहला मुक्केबाजी पदक सुनिश्चित किया जब उन्होंने 30 जुलाई को पूर्व विश्व चैंपियन चीनी ताइपे की निएन-चिन चेन को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया. स्थानीय विधायक बिस्वजीत फूकन ने पदक जीतने के बाद अपने घर तक एक बेहतर सड़क बनाने की पहल की. जब वह पदक जीतती हैं तो असम सरकार उनके परिवार की आर्थिक मदद करती रही है.
उनके पिता टिकेन ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा, "अब जब उसने ओलंपिक में पदक जीता है, तो सरकार ने सड़क बनाई है और मैं बहुत खुश हूं क्योंकि यह लवलीना और हमारे गांव दोनों के लिए सरकार की ओर से एक पुरस्कार की तरह है." एक निवासी ऋतुराज ने कहा, "असम सरकार ने लवलीना की प्रगति में मदद की है. उसके अभ्यास में मदद करने के लिए असम के सीएम ने कुल 7 लाख की मदद में 5 लाख की मदद प्रदान की है. पहले दिन जब उन्हें पदक मिला तो स्थानीय विधायक ने सीएम से बात की और तब से अच्छी खबर यह है कि तब से उन्होंने सड़क बना ली है."
परिवार ने राज्य सरकार का किया धन्यवाद
गुवाहाटी में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, मंत्रियों और विधायकों के लवलीना के लिए प्रार्थना की और दीप भी जलाए. असम सरकार राज्य में युवा प्रतिभाओं की मदद के लिए आगे आई है. लवलीना के पिता ने कहा, 'सरकार ने आपका समर्थन किया. उन्होंने 2-3 साल बीत गए. जब भी वह पदक जीतती हैं, तो सरकार आर्थिक रूप से कुछ उपहार देती है. इसलिए मैं सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं. सरकार की इस मदद ने इलाके में युवाओं की रुचि जगाई और वे इसमें सक्रिय रूप से भाग लेते हैं.'
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