गुवाहाटी. असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार को दावा किया कि तीन चरण के राज्य विधानसभा चुनाव के अंतिम दिन 6 अप्रैल तक राज्य में "कोविड-19 के मामले नहीं थे’’. वहीं उनके विभाग के आधिकारिक आंकड़े से पता चलता है कि जनवरी से 2,624 व्यक्ति संक्रमित पाये गए हैं और उनमें से 66 की मौत हो गई है.


ट्विटर पर हुई सरमा की आलोचना
असम सरकार ने कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए मंगलवार को 1 मई तक रात का कर्फ्यू लगाये जाने के बाद तमिल टीवी एंकर और स्पोर्ट्स कमेंटेटर सुमंत रमण ने सरमा को ट्विटर पर टैग किया और मास्क पहनने पर उनके पहले के बयान के लिए उनकी आलोचना की.


रमण ने ट्वीट किया, ‘‘वही असम जहां कुछ हफ़्ते पहले हिमंत बिस्व सरमा ने कहा था कि कोई कोविड-19 नहीं है और इसलिए मास्क पहनने की ज़रूरत नहीं.’’ उन्हें जवाब देते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘यह तथ्यात्मक रूप से सही था सर. 6 अप्रैल तक हमारे यहां कोविड-19 नहीं था.’’


6 अप्रैल तक नहीं आया कोरोना संक्रमण का कोई मामलाः सरमा
सरमा ने अप्रैल के पहले सप्ताह के दौरान डिजिटल मीडिया के साथ एक साक्षात्कार में दावा किया था कि असम में कोविड​​-19 का कोई मामला नहीं और राज्य में मास्क पहनने की कोई आवश्यकता नहीं. उन्होंने यह भी कहा था कि विधानसभा चुनाव के बाद भी कोरोना वायरस का कोई मामला नहीं होगा और राज्य अपना लोकप्रिय रोंगली बिहू त्योहार व्यापक पैमाने पर मनाएगा.


हालांकि, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के आंकड़े से पता चलता है कि असम में 1 जनवरी से 6 अप्रैल तक 2,624 व्यक्ति कोविड​​-19 से संक्रमित पाये गए थे और इस अवधि में वायरस के कारण 66 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी.


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