गुवाहाटी/नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बाद असम में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. केवल असम में पिछले चार दिनों में कम से कम 124 लोगों की मौत हो चुकी है और 331 का इस्पताल में इलाज चल रहा है. ध्यान रहे कि जिन लोगों की मौत घरों में हुई है, उसकी खबर अधिकारियों को नहीं मिली है.


जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने असम की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने आज ट्वीट कर कहा, ''असम सरकार की उदासीनता और अक्षमता की वजह से मौत हुई है. जहरीली शराब की वजह से 140 लोगों की दुखद मौत हो गई और सैकड़ों अस्पताल में भर्ती हैं. अपनों को खोने वाले लोगों के प्रति संवेदना. मैं अस्पताल में भर्ती लोगों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं.''





स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि जोरहाट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कम से कम 71 लोगों की मौत हो गई और वहां 272 लोगों का इलाज चल रहा है. अधिकारी ने बताया कि गोलाघाट जिले में 49 लोगों की मौत हुई है और 59 अन्य का गोलाघाट सिविल अस्पताल में उपचार चल रहा है. गुरुवार की रात गोलाघाट और जोरहाट के दो चाय बगानों के मजदूर जहरीली शराब पीने से बीमार हो गए थे. इनमें से 12 की मौत उसी रात हो गई थी.



मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और स्वास्थ्य मंत्री हेमंत सर्मा ने जेएमसीएच में भर्ती लोगों की स्थिति की शनिवार को समीक्षा की. सोनोवाल ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और बीमार लोगों को पचास-पचास हजार रुपये देने की घोषणा की.


असम के पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया ने बताया कि गोलाघाट में 12 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.


देश में 15 दिनों के भीतर जहरीली शराब से हुई यह दूसरी बड़ी घटना है. आठ फरवरी को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब पीने का मामला सामने आया था. इस घटना में कम से कम 97 लोगों की मौत हो गई थी. इनमें ज्यादातर लोग सहारनपुर, कुशीनगर और रुड़की के थे.