Assam-Meghalaya Border Dispute: मेघालय के पुलिस महानिदेशक (DGP) एल. आर. बिश्नोई ने गुरुवार को असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले का दौरा किया. इस दौरान डीजीपी ने मुकरोह जैसी हिंसा को रोकने के लिए असम के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.


यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब दो पूर्वोत्तर राज्यों के बीच सीमा से सटे एक विवादित क्षेत्र में जंगल की बाड़ के एक हिस्से को नष्ट किया गया है. अधिकारी ने कहा कि अंतरराज्यीय सीमा के साथ विवादित ब्लॉक-द्वितीय क्षेत्र में उमसॉ लुमदोरबार में असम वन विभाग की बाड़ के टूटे मिलने के एक दिन बाद यह बैठक हुई थी.


दोनों राज्य के अधिकारियों  ने की बैठक
मेघालय के पुलिस महानिदेशक के अलावा, पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिला प्रशासक कृष्णा बरुआ के अलावा आईजीपी पीके भुइयां सहित असम के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, री-भोई और कार्बी आंगलोंग जिलों के पुलिस अधीक्षक क्रमश,  गिरिप्रसाद एम और इंद्रनील बरुआ ने बैठक में भाग लिया.


पिछले महीने मुकरोह में भड़की थी हिंसा 
पिछले महीने असम-मेघालय सीमा पर मुकरोह में हिंसा भड़कने के कुछ सप्ताह बाद यह बैठक आयोजित की गई थी. असम-मेघालय सीमा के साथ पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले में एक विवादित स्थान पर पिछले महीने हुई हिंसा में एक वन रक्षक सहित छह लोगों की मौत हो गई थी. झड़प उस समय हुई जब अवैध रूप से काटी गई लकड़ियों से लदे एक ट्रक को असम के वनकर्मियों द्वारा रोका गया था.


दोनों राज्य के बीच 12 इलाकों को लेकर है विवाद
बता दे कि असम और मेघालय 884.9 किलोमीटर लंबी सीमा शेयर करते हैं और दोनों राज्य के बीच 12 इलाकों को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा है. क्योंकि दोनों राज्य इन इलाकों में अपना-अपना दावा करते रहते हैं. इस वजह से बार-बार इन इलाकों में झड़पें होती रहती हैं और दोनों राज्यों की पुलिस भी आमने-सामने आ जाती है.


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