(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Meghalaya Election 2023: '2 जनविरोधी सरकारों के बीच हुआ असम-मेघालय सीमा समझौता', BJP पर बरसे मुकुल संगमा
Meghalaya TMC: मुकुल संगमा ने 2021 में 11 कांग्रेसी विधायकों के साथ टीएमसी ज्वाइन की थी. उनके नेतृत्व में टीएमसी इस बार परिवर्तन का दावा कर रही है.
Meghalaya Assembly Election 2023: पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में कल यानी सोमवार (27 फरवरी) को वोटिंग होनी है. यहां की 60 में से 59 सीटों पर वोटिंग होनी है. मेघालय में इस बार बीजेपी, कांग्रेस और एनपीपी के अलावा टीएमसी भी मैदान में है. टीएससी की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ही चेहरा हैं, लिहाजा मुकाबला बड़ा दिलचस्प हो चुका है. वोटिंग से ठीक पहले द इंडियन एक्सप्रेस ने मुकुल संगमा से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला.
टीएमसी को बाहरी पार्टी बताने के आरोपों का मुकुल संगमा ने खंडन किया. उन्होंने कहा, "जब किसी के पास कोई मुद्दा नहीं होता है तो वे इस तरह की बातें करते हैं." उन्होंने कहा, "टीएमसी पर ऐसे हमले निंदनीय हैं और इससे जमीन पर कोई फर्क नहीं पड़ता." उन्होंने कहा, "हर दल की राज्य इकाइयां होती हैं और हर राज्य में उनके नेता होते हैं. इस तरह के आरोप तर्कहीन होते हैं."
बीजेपी-कांग्रेस पर बरसे मुकुल संगमा
मुकुल ने बीजेपी और कांग्रेस पर ही बाहरी होने का आरोप लगाते हुए कहा, "हमारे पूर्वजों ने हमारे राज्य के लिए लड़ाई लड़ी है और अब तक यही विचार है कि हम अपने ही लोगों के जरिए शासित हों." इस दौरान उन्होंने असम और मेघालय के बीच हुए सीमा समझौते पर भी निशाना साधा. उन्होंने इस समझौते को 2 जनविरोधी सरकारों के बीच हुआ समझौता बताया.
उन्होंने कहा, "दोनों राज्यों की सरकारों को लोगों की भावनाओं को देखना चाहिए था. पूर्वोत्तर पुनर्गठन अधिनियम (1971) के आधार पर भारतीय सर्वेक्षण विभाग ने अंतर-राज्यीय सीमा का सीमांकन किया. उस समय भी राज्य के नेताओं ने उसे स्वीकार नहीं किया था. आज भी लोगों ने इसे स्वीकार नहीं किया है."
कांग्रेस छोड़ने का कारण बताया
कांग्रेस छोड़ने के सवाल पर मुकुल संगमा ने कहा, "कांग्रेस में होने का उद्देश्य लोगों के हितों की सेवा करना था, लेकिन कांग्रेस इस उम्मीद पर खरी नहीं उतर रही थी." मुकुल संगमा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी कभी भी बीजेपी का सामना नहीं कर सकती है.
उन्होंने कहा, "अगर आप बीजेपी की ताकत और उनके एजेंडे का मुकाबला करने के लिए खुद को तैयार नहीं करना चाहते हैं, तो आप लोकतंत्र की रक्षा और उसका संरक्षण नहीं कर सकते हैं." उन्होंने कहा, "जब आप बॉक्सिंग रिंग में होते हैं तो आप बच्चों के दस्तानों का उपयोग नहीं कर सकते. नहीं तो आप नॉकआउट हो जाते हैं."
मेघालय का समीकरण है दिलचस्प
पांच साल तक सरकार के बाद इस चुनाव में एनपीपी और बीजेपी एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं. दोनों दलों के नेता एक-दूसरे के खिलाफ आग उगल रहे हैं. मेघालय बीजेपी के अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी दावा कर रहे हैं कि आगामी चुनाव में बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाएगी.
वहीं कोनराड संगमा के सामने सत्ता में बरकरार रहने की चुनौती जरूर है, लेकिन अब वह राजनीति में बड़ा नाम बन चुके हैं. उनके खिलाफ का विरोधी वोट बीजेपी और टीएमसी में बंटेगा जिससे उनकी पार्टी एनपीपी को फायदा हो सकता है.
उधर टीएमसी दावा कर रही है कि इस बार वो मेघालय की जनता के लिए नया विकल्प बनेगी. मुकुल संगमा के नेतृत्व में टीएमसी कांग्रेसी वोटबैंक में सेंधमारी कर सकती है.