Assam Mizoram Border Dispute: असम-मिजोरम हिंसा मामले में असम पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. इस झड़प में पांच पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी. असम के मुख्य सचिव ने कहा कि अर्धसैनिक बल वेरिंग्टे सीमा पर कब्जा करेंगे. वहीं असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य पुलिस बलों की वापसी की प्रक्रिया पर काम किया जा रहा है.
ढोलई पीएस केस संख्या 236/21 धारा 120 (बी), 447,336,379,333,307,302 आईपीसी के साथ पठित शस्त्र अधिनियम की धारा 25 (1-ए) और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की रोकथाम अधिनियम 1984 की धारा 3 के तहत 27 जुलाई, 2021 को हत्या के बारे में दर्ज किया गया है.
हिंसा की घटना घटना असम के कछार जिले के इनर लाइन रिजर्व फॉरेस्ट क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग 306 के साथ लैलापुर पीपी से लगभग 1.7 किलोमीटर दक्षिण में हुई. असम पुलिस ने एक पिक्चर गैलरी तैयार की है जिसे मिजोरम पुलिसकर्मियों और नागरिक बदमाशों के बारे में अपडेट किया जा रहा है जिन्होंने 26 जुलाई को असम पुलिस पर गोलीबारी की थी. उन्हें कानून के दायरे में लाया जाएगा.
सीआईडी के अधिकारियों सहित असम पुलिस की टीम राज्य सभा सांसद श्री के वनलालवेना के मीडिया साक्षात्कार के आलोक में घटना के पीछे की साजिश से संबंधित कानूनी कार्रवाई करने के लिए दिल्ली के लिए रवाना हो रही है, जो साजिश में उनकी सक्रिय भूमिका का संकेत है.
डेढ़ सदी पुराना ही असम मिजोरम का सीमा विवाद
असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद करीब डेढ़ सदी पुराना है. जबकि पूर्वोत्तर के विभिन्न राज्यों के बीच अंतर्राज्यीय विवादों से उत्पन्न कई प्रदर्शन हुए हैं. असम और मिजोरम के बीच विवाद शायद ही कभी हिंसा में परिणत हुआ हो. फिर भी यह सोमवार को अभूतपूर्व स्तर तक बढ़ गया क्योंकि अंतर्राज्यीय सीमा पर गोलीबारी में असम के कम से कम पांच पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लिखी पीएम मोदी को चिट्ठी, करतारपुर कॉरिडोर को दोबारा खोलने की मांग