मिजोरम के साथ सीमा विवाद पर असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा बोले- इसे सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वे मिज़ोरम सरकार से कभी भी, कहीं भी बात करने को तैयार है. अगर मिज़ोरम के सीएम हमें चर्चा के लिए कहते हैं तो हम तैयार हैं.
Assam Mizoram Border Dispute: मिजोरम के साथ सीमा विवाद पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि अगर उनपर एफआईआर से विवाद सुलझता है तो वो उन्हें खुशी है. सीएम ने कहा कि सीमा विवाद सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.
मिज़ोरम पुलिस द्वारा उनके खिलाफ एफआईआर पर सीएम सरमान ने कहा, “मेरे खिलाफ कांग्रेस पार्टी रोज़ एक एफआईआर दर्ज़ करा देती है. एक और एफआईआऱ दर्ज़ हो गई, इससे मुझे कोई समस्या नहीं है. अगर मिज़ोरम सरकार मुझे कोई नोटिस जारी करती है तो मैं किसी भी पुलिस स्टेशन में पेश हो जाऊंगा.”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि असम सरकार मिज़ोरम सरकार से कभी भी, कहीं भी बात करने को तैयार है. अगर मिज़ोरम के मुख्यमंत्री हमें चर्चा के लिए कहते हैं, हम तैयार हैं. हमारी तरफ से इसमें कोई समस्या नहीं है.
असम के सीएम के खिलाफ दायर प्राथमिकी वापस लेने को तैयार- मिजोरम सरकार
इस बीच मिजोरम के मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआंगो ने रविवार को कहा कि मिजोरम सरकार असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को वापस लेने के लिए तैयार है. मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री जोरामथंगा ने प्राथमिकी में सरमा के नाम को शामिल करने की मंजूरी नहीं दी है.
चुआंगो ने कहा, ‘‘हमारे मुख्यमंत्री ने प्राथमिकी में असम के मुख्यमंत्री के नाम का जिक्र किए जाने को मंजूरी नहीं दी है. उन्होंने मुझे सुझाव दिया कि हमें इस पर गौर करना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि वे संबंधित पुलिस अधिकारियों से बातचीत करेंगे और अगर उनके खिलाफ आरोप लगाने के वैध आधार नहीं हैं तो असम के मुख्यमंत्री का नाम हटाया जाएगा.
मिजोरम के मुख्य सचिव ने कहा , ‘‘मैं प्राथमिकी दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों से बातचीत करूंगा और अगर कोई कानूनी आधार नहीं है तो हम असम के मुख्यमंत्री का नाम हटाएंगे.’’ साथ ही उन्होंने कहा कि वह इस बात से अनभिज्ञ हैं कि सरमा के खिलाफ आपराधिक मामला कब दर्ज किया गया.
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