Assam Mizoram Border Dispute: असम पुलिस ने मिजोरम के 6 अधिकारियों को किया तलब
Assam Mizoram Border Dispute: असम और मिजोरम के बीच सीमा संघर्ष और अंधाधुंध गोलीबारी में राज्य के 5 पुलिस कर्मियों और एक नागरिक की मौत हो गई थी.
Assam Mizoram Border Dispute: असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद को लेकर टकराव बढ़ता ही जा रहा है. अब 26 जुलाई को हुई हिंसक झड़प के मामले में कछार के डिप्टी एसपी कल्याण कुमार दास ने 2 अगस्त की सुबह 11 बजे मिजोरम के 6 पुलिस अधिकारियों को ढोलई पुलिस स्टेशन बुलाया है.
बता दें कि सोमवार को मिजोरम पुलिस की ओर से असम के अधिकारियों की एक टीम पर की गई गोलीबारी में असम पुलिस के पांच जवानों और एक आम व्यक्ति की मौत हो गई थी. साथ ही एक पुलिस अधीक्षक सहित 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे.
इन धाराओं के तहत केस
इस मामले में शस्त्र अधिनियम की धारा 25 (1-A), सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की रोकथाम अधिनियम 1984 की धारा 3 और आईपीसी की धारा 153A/447/336/379/333/307/302/427/147/148/149/120(B)/34 के तहत ढोलई थाने में केस दर्ज किया गया है. इसी को लेकर अब मिजोरम के अधिकारियों को तलब किया गया है.
इन्हें किया गया तलब-
1. डॉ. एच. लालथलांगलियाना, एमसीएस, उपायुक्त, कोलासिब जिला
2. वनलालफाका राल्ते, एमपीएस, पुलिस अधीक्षक, कोलासिब जिला
3. डेविड जेबी, एमपीएस, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, कोलासिब जिला
4. ब्रूस किब्बी, एमपीएस, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, प्रथम भारतीय रिजर्व बटालियन
5. सी लालरेम्पुइया, एमसीएस, अनुमंडल अधिकारी (नागरिक), वैरांगते
6. थारटिया हरंगचल, एम.पी.एस., अनुमंडल पुलिस अधिकारी, वैरांगते
मिजोरम के पुलिस अधिकारी को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि 'एक उचित और विश्वसनीय जानकारी प्राप्त हुई है कि आपने कथित संज्ञेय अपराध किया है.''
वहीं असम पुलिस ने मिजोरम से राज्यसभा के इकलौते सदस्य के. वनलालवेना को भी अंतराज्यीय सीमा पर हुई हिंसा की 'साजिश' में कथित संलिप्तता के बारे में पूछताछ के लिए एक अगस्त को बुलाया है. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दिल्ली आई असम पुलिस सीआईडी की एक टीम वनलालवेना को ढूंढने उनके आवास और मिजोरम सदन गई, लेकिन वह वहां नहीं मिले.
सूत्रों ने कहा कि माना जा रहा है कि वनलालवेना टीम से बच रहे हैं. सांसद की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. मिजोरम के रेजिडेंट कमिश्नर ने असम पुलिस की जांच में शामिल होने के लिए वनलालवेना को दिए गए नोटिस को प्राप्त करने से इनकार कर दिया, इसलिए सीआईडी टीम ने उनके आवास पर नोटिस चिपकाया है.