Assam PFI Leader Arrest: असम पुलिस (Assam Police) ने शनिवार (8 अप्रैल) को बारपेटा जिले में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) के तीन नेताओं को गिरफ्तार किया. पुलिस ने उनके कब्जे से 1.50 लाख रुपये नकद, चार मोबाइल फोन और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) का एक पैम्फलेट भी बरामद किया. 


अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एसबी) हिरेन नाथ ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि गिरफ्तार किए गए पीएफआई और सीएफआई नेताओं की पहचान पीएफआई के राज्य सचिव जाकिर हुसैन, अबू समा और सीएफआई के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष साहिदुल इस्लाम के रूप में हुई है. 


यूएपीए ट्रिब्यूनल ने बैन रखा था बरकरार 


पिछले महीने गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम ट्रिब्यूनल (यूएपीए ट्रिब्यूनल) ने पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों पर पांच साल का प्रतिबंध लगाने के केंद्र सरकार के फैसले को बरकरार रखा था. इसकी अध्यक्षता दिल्ली हाई कोर्ट के जज दिनेश कुमार शर्मा ने की थी. 


केंद्र ने लगाया था 5 साल का प्रतिबंध


बीते साल सितंबर के महीने में केंद्र ने यूएपीए की धारा 3 के तहत पीएफआई को गैरकानूनी घोषित कर दिया था. पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों पर देश की अखंडता, संप्रभुता और सुरक्षा के लिए हानिकारक गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आरोप लगाया था कि पीएफआई के कुछ कार्यकर्ता इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया में शामिल हो गए थे और वहां आतंकी गतिविधियों में भाग लिया था.


पीएफआई के साथ, केंद्र सरकार ने रिहैब इंडिया फाउंडेशन (आरआईएफ), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई), अखिल भारतीय इमाम परिषद (एआईआईसी), एनसीएचआरओ, राष्ट्रीय महिला मोर्चा, जूनियर मोर्चा, एम्पॉवर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन, केरल पर भी बैन लगाया था. सात राज्यों में पीएफआई से कथित रूप से जुड़े 150 से अधिक लोगों को पिछले साल छापेमारी में हिरासत में लिया गया था. 


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