मुश्किल में पड़े असम कांग्रेस के नेता, न्याय यात्रा के दौरान झड़प मामले में सीआईडी ने विधायकों को किया तलब
Assam Police Action: असम में राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली गई कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान पुलिस से भिड़ने वाले कांग्रेस नेताओं को नोटिस भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है.
Assam Police Notice To Congress Leaders: असम पुलिस ने पिछले महीने राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के गुवाहाटी में प्रवेश करने के दौरान हुई झड़प के संबंध में पूछताछ के लिए कांग्रेस विधायक जाकिर हुसैन सिकदर और पार्टी के एक अन्य नेता को समन जारी किया है. अधिकारियों ने सोमवार (19 फरवरी) को यह जानकारी दी.
असम पुलिस के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने सिकदर और कांग्रेस की गुवाहाटी शहर इकाई के महासचिव रमन कुमार शर्मा को समन जारी किया है और उन्हें 23 फरवरी को सुबह साढ़े 11 बजे पुलिस के सामने पेश होने के लिए कहा गया है.
असम पुलिस अधिकारी ने की है पुष्टि
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से इस कार्रवाई की पुष्टि की है. पुलिस के एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा है, ‘‘मामले की जांच अभी जारी है. हमने सीआरपीसी (दंड प्रक्रिया संहिता) की धारा 41ए के तहत दो लोगों को नोटिस जारी किये हैं. हम मामले में अन्य लोगों की भूमिका की जांच कर रहे हैं.’’
इस मामले संबंधी प्राथमिकी में गांधी के अलावा के सी वेणुगोपाल, जितेंद्र सिंह, जयराम रमेश, श्रीनिवास बीवी, कन्हैया कुमार, गौरव गोगोई, भूपेन कुमार बोरा, देबब्रत सैकिया समेत कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी नामजद किया गया है.
पुलिस के साथ हुई थी हाथापाई
दरअसल राहुल गांधी और अन्य नेताओं की उपस्थिति में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 23 जनवरी को पुलिस के अवरोधक तोड़ दिए थे और पुलिस से भिड़ गए थे. सूबे के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने हंगामा, हिंसा और तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद पुलिस ने बैरिकेडिंग की थी.
इसे हटाने के दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए थे, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मामूली लाठीचार्ज किया था. इस झड़प में कई पुलिसकर्मी और पार्टी कार्यकर्ता घायल हो गए थे.
'...लेकिन कानून नहीं तोड़ेंगे'
इस झड़प के समय अवरोधकों को हटाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता आगे नहीं बढ़े और राहुल गांधी ने कहा कि वे ‘‘अवरोधक तोड़ सकते हैं, लेकिन कानून नहीं तोड़ेंगे’’. वे गुवाहाटी में एनएच-27 पर स्वीकृत मार्ग से आगे बढ़े. मुख्यमंत्री ने इस घटना को ‘‘नक्सली’’ शैली का कदम करार दिया था और पुलिस को मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया था.
गुवाहाटी पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए ‘‘हिंसा के अनुचित कृत्यों’’ के आरोप में गांधी और अन्य नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग का भी प्रभार है. उन्होंने बाद में घोषणा की थी कि मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा जिसके बाद इसे सीआईडी को सौंप दिया गया था.
इसके अलावा असम के जोरहाट शहर के अंदर स्वीकृत मार्ग के बजाय दूसरे रास्ते से जाने के आरोप में कांग्रेस की असम इकाई के प्रमुख भूपेन कुमार बोरा समेत यात्रा के मुख्य आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. यह यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई और 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी.
(भाषा इनपुट के साथ)
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