Assam Madrasa Demolished: असम (Assam) के मोरीगांव जिले (Morigaon District) में स्थित मोरियाबाड़ी में आज तड़के असम पुलिस ने प्रशासन के साथ मिलकर अवैध रूप से चलाए जा रहे मदरसे (Madrasa) पर बुलडोजर चलाया. इस दौरान सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए. पुलिस ने मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में मदरसे को ध्वस्त (Madrasa Demolished) किया.


बता दें कि असम के मोरीगांव जिले के मोरियाबाड़ी स्थित एक गांव में पिछले कई वर्षों से मदरसे का संचालन किया जा रहा था. आरोप है कि इस मदरसा में बच्चों को जिहाद की शिक्षा (Teaching Of Jihad) दी जाती थी. पुलिस इस बात की भी तफ्तीश कर रही है कि असम के और किन इलाकों में इस प्रकार से मदरसों का संचालन किया जा रहा है जहां पर बच्चों को जिहादी बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है.      


मदरसे मे दी जा रही थी जिहादी बनने की ट्रेनिंग


पुलिस के मुताबिक, बांग्लादेश अंसुरल्लाह बंगला संगठन से तालुक्क रखने वाला मुस्तफा नाम का एक व्यक्ति मदरसे में बच्चों को जिहादी बनने की ट्रेनिंग दे रहा था. इस ग्रुप का संबंध आतंकी संगठन अलकायदा से बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि यह मदरसा पिछले कई सालों से यहां सक्रिय था, जिसमें भारत के खिलाफ जिहादी गतिविधियों को मजबूत करने की ट्रेनिंग दी जाती थी. बहराल, पुलिस ने मामला दर्ज कर इससे जु़ड़ी और जानकारियां खंगालनी शुरू कर दी है. 


बैंक डिटेल खंगालने में जुटी पुलिस


आपको बता दें कि कुछ दिन पहले कोलकाता स्थित अमीरउद्दीन अंसारी नाम के एक व्यक्ति को अंसार उल्लाह बंगला टीम के साथ संपर्क रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस को उस व्यक्ति के साथ गिरफ्तार मुस्तफा के फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन के रिकॉर्ड मिले हैं. इन दोनों के बीच कई बार पैसों को लेनदेन किया गया है. पुलिस अब मुस्तफा की बैंक डिटेल को खंगालने में जुट गई है. 


संदिग्ध व्यक्ति को मदरसे में दी शरण


पुलिस को एक और महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है. जिसके मुताबिक, आरोपी मुस्तफा ने साल 2019 में दूसरे देश के किसी संदिग्ध व्यक्ति को अपने मदरसे में शरण दी थी. पुलिस इस बात की भी जानकारी जुटाने में लग गई है कि वो कौन शख्सा था जिसे मुस्तफा ने अपने मदरसे में पनाह दी थी. गिरफ्तार व्यक्ति बहुत सारी एंटी नेशनल एक्टिविटी में सक्रिय बताया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक, मुस्तफा ने साल 2018 मे मदरसा शुरू किया था. उसने इससे पहले उत्तर प्रदेश और भोपाल में ट्रेनिंग ली थी और जिहाद की पढ़ाई की थी. 


मोरीगांव के एसपी अर्पणा नटराजन ने बताया कि असम डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के अनुसार इस मदरसे को तोड़ा गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस को आरोपी के मोबाइल में बहुत सारे संदिग्ध वीडियो और दस्तावेज समेत कई आपत्तिजनक किताबें भी मिली है जिसकी हम जांच कर रहे हैं.


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