Religious Conversion: धर्म परिवर्तन को लेकर असम के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता हिमंता बिस्वा सरमा का एक बयान सामने आया है. उनका कहना है कि देश के कई लोगों के साथ-साथ आदिवासी समुदाय में भी धर्मांतरण देखा गया है. सीएम सरमा ने ये भी कहा कि इससे आदिवासियों की पारंपरिक मान्यताएं और प्रथाएं भी कमजोर हुई हैं.


दरअसल, हिमंता बिस्वा सरमा गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में आयोजित एक आधिकारिक समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. वो रविवार (16 जुलाई) को गुवाहाटी में स्वदेशी जनजातीय आस्था और संस्कृति संगठन के अनुदान वितरण करने से जुड़े एक समारोह को संबोधित कर रहे थे.


एनडीटीवी के मुताबिक, सीएम सरमा ने कहा कि उनकी सरकार आदिवासियों की संस्कृति की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और किसी का भी फायदा उठाकर उन्हें धोखे से दूसरे धर्म में परिवर्तित नहीं करना चाहिए.


आर्टिकल 25 पर सीएम सरमा


साथ ही उन्होंने अनुच्छेद 25 को लेकर कहा कि इसके तहत किसी को भी अपनी पसंद के धर्म को मानने, उसकी पूजा करने और उसका प्रचार करने का अधिकार मिलता है लेकिन ये किसी भी तरह से प्रलोभन और उसके जरिए धर्म को परिवर्तित करने का अधिकार नहीं देता.


इस दौरान उन्होंने कहा कहा कि असम में कई समुदायों के साथ-साथ आदिवासियों के बीच धर्म को बदलने की प्रक्रिया देखी गई. इस प्रवृत्ति ने उनकी पारंपरिक मान्यताओं और प्रथाओं को कमजोर कर दिया है.


सीएम सरमा ने ये भी कहा कि धार्मिक रूपांतरणों की वजह से दुनिया भर में कई स्वदेशी मान्यताएं और संस्कृतियां लगभग विलुप्त हो गई हैं.






धर्म परिवर्तन पर सीएम सरमा का ट्वीट


इसको लेकर उन्होंने एक ट्वीट वीडियो के साथ किया है. जिसमें वो असम की भाषा बोल रहे हैं और कहते हैं, “किसी को भी हमारे आदिवासी समुदायों का फायदा उठाकर धोखे से उनका धर्म परिवर्तन नहीं कराना चाहिए. हमें उनकी प्राचीन आस्था और प्रथाओं की रक्षा करनी होगी.”


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