Assembly Election 2024 Date Live: जम्मू-कश्मीर में तीन और हरियाणा में एक चरण में होगा चुनाव, 4 अक्टूबर को आएंगे नतीजे
Assembly Election 2024 Date Live: चुनाव आयोग की ओर से शुक्रवार (16 अगस्त) को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. इन राज्यों के चुनाव नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने तारिक हमीद कर्रा को जम्मू-कश्मीर PCC का अध्यक्ष और तारा चंद और रमन भल्ला को जम्मू-कश्मीर PCC का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "चुनाव आयोग द्वारा हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा का स्वागत करता हूं. बीते 10 सालों में हरियाणा में मोदी जी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने खर्ची-पर्ची मुक्त नौकरी से लेकर ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया और किसान व गरीब कल्याण के कार्यों द्वारा सुशासन का नया अध्याय लिखा है. मुझे विश्वास है कि इस विधानसभा चुनाव में हरियाणा के मतदाता प्रचंड बहुमत से प्रदेश में लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनाएंगे."
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा का स्वागत किया और कहा कि यह चुनाव लोकतंत्र की जड़ों को और मजबूत करने के साथ ही क्षेत्र के लिए विकास के नए दौर के द्वार खोलेगा. गृह मंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव लोकतंत्र की जड़ों को और मजबूत करेगा
जम्मू-कश्मीर बीजेपी अध्यक्ष रविंदर रैना ने विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान पर कहा, "बीजेपी चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत करती है. जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के इस निर्णय का बीजेपी लंबे समय से इंतजार कर रही थी. पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में अमन, शांति, भाईचारा मजबूत हुआ है, जम्मू-कश्मीर में विकास हुआ है. लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतदान हुआ, हमें पूरा विश्वास है कि विधानसभा चुनाव भी रिकॉर्ड मतदान होगा और जिस तरह प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में शानदार काम किया है, निश्चित ही जम्मू-कश्मीर में भाजपा की जीत होगी."
हरियाणा विधानसभा आम चुनाव की तारीख की घोषणा पर INLD नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा, "ECI का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने हरियाणा प्रदेश की जनता को 1 महीने पहले राहत दिला दी. बीजेपी के 10 साल के कार्यकाल में लोग सबसे ज्यादा परेशान थे. यहां पर भ्रष्टाचार बढ़ा है. यहां जात-पात के नाम पर बहुत जहर उगला गया. विशेष तौर पर अलग-अलग समय पर अलग समुदाय के लोगों को इन्होंने अलग-थलग करने की कोशिश की. सबसे पहले जाट और नॉन जाट का नारा दिया और उसके बाद यहां पर मेवात में पिछले साल इन्होंने दंगे कराने की कोशिश की और प्रदेश के बांटना चाहा...मुझे नहीं लगता कि ये(बीजेपी) 20 का आंकड़ा भी पार कर पाएंगे."
चुनावी राज्यों में कांग्रेस ने मीडिया टीम का ऐलान किया है. आलोक शर्मा को हरियाणा, काजी निजामुद्दिन को जम्मू कश्मीर और अमिताभ दुबे जम्मू में मीडिया की जिम्मेदारी दी गई है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता निर्मल सिंह ने कहा, ''हम चुनाव आयोग के इस कदम का स्वागत करते हैं. लोग इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं .डबल इंजन सरकार होने पर ही जम्मू-कश्मीर का विकास संभव है. जम्मू-कश्मीर के युवाओं को सबसे ज्यादा परेशानी हुई है, इसलिए उनका विकास करने के लिए हमें यहां सरकार बनाने की जरूरत है. मुझे यकीन है कि हम यहां बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे.''
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान पर भाजपा नेता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा, "हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनेगी, हमने हरियाणा का विकास किया है, हम हरियाणा में भारी बहुमत से जीतेंगे. अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार चुनाव होने जा रहा है. जम्मू-कश्मीर के चुनाव में बीजेपी की सरकार बनेगी, क्योंकि हमने लोगों का दिल जीता है और विकास किया है."
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव की घोषणा पर कहा, "जम्मू-कश्मीर में चुनाव की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं. हमारी सरकार ने जम्मू-कश्मीर में जो शांति लाई है, उसकी वजह से लोकसभा चुनाव में भारी मतदान हुआ. अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद वहां यह पहला चुनाव होगा, मेरा यह मानना है कि यह चुनाव जम्मू-कश्मीर के लोकतंत्र के लिए वरदान साबित होगा और विकास के नए मार्ग खोलेगा."
हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा पर कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा, "हम चुनाव के लिए तैयार हैं, जनता भी तैयार है... जिस तरह से हरियाणा सरकार आनन फानन में फैसले ले रही है, उससे साफ नजर आ रहा है कि इन्होंने हार मानी हुई है. लोग हमारे साथ हैं, इनका 10 साल का जिस प्रकार का शासन रहा, उसने हरियाणा को सबसे पीछे कर दिया है. आज के दिन किसान, मजदूर, युवा सभी परेशान हैं. जनता इस इंतजार में है कि कांग्रेस की सरकार बने." AAP से गठबंधन पर उन्होंने कहा, "AAP के साथ पहले ही बात आ गई है कि लोकसभा के बाद साथ में चुनाव नहीं लड़ना है. मुझे लगता है कि हमें किसी की जरूरत नहीं है और कांग्रेस अपने आप में सक्षम है. अपने आप लड़कर भी हम प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएंगे."
जम्मू-कश्मीर बीजेपी सह-प्रभारी आशीष सूद ने विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा पर कहा, "बीजेपी सत्ता पाने के लिए नहीं, बल्कि लोगों के विकास के लिए राजनीति करती है. हम पीएम मोदी के विकसित भारत के संकल्प के साथ हैं... हम इस बार जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने जा रहे हैं."
चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, :हरियाणा की जनता की एक ही आवाज तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार. हम चुनाव आयोग की तारीखों का स्वागत करते हैं. मुख्यमंत्री ने आज आपकी बेटी हमारी बेटी अभियान के तहत लगभग 12 करोड़ रुपये की राशि बेटियों को वितरित की."
गुलाम नबी आजाद ने कहा, "चुनाव केवल तीन चरणों में करवाना आयोग का स्वागतयोग्य कदम है. अब लोगों की जिम्मेदारी है कि काम करने वाले नेता चुनें, वोटर सोच समझ कर अपने नेता चुने. धर्म, जाति को भुला कर मतदान करें, विकास को ध्यान में रखें. जज्बात में वोट ना करें. जज्बात से विकास नहीं होता."
जम्मू कश्मीर में विधानसभा के चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद गुलाम नबी आजाद ने कहा, "आजादी के बाद पहली दफा है कि चुनाव दस सालों के बाद हो रहा है. जम्मू कश्मीर के मतदाता दस सालों से मतदान का इंतजार कर रहे हैं. चुनाव के एलान का स्वागत. चुनाव आयोग का शुक्रिया. उम्मीद है कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होंगे. सुरक्षा का ध्यान रखा जाए. लोगों को दस साल से जो तकलीफ हो रही है वो खत्म होगी.
जम्मू कश्मीर में चुनाव के ऐलान के बाद पीडीपी नेता इकबाल ट्रंबू ने कहा, "जम्मू कश्मीर में पिछला (विधानसभा) चुनाव यहां 2014 में हुआ था. इसलिए, लोगों की लगातार मांग थी कि यहां चुनाव कराया जाए ताकि उनके मुद्दों का समाधान हो सके, लेकिन लोगों को समझ नहीं आ रहा कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव क्यों नहीं हुए. हालांकि, यह एक स्वागत योग्य कदम है."
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा पर कहा, "हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में निश्चित समय में चुनाव हो रहे हैं. मैं इस घोषणा का स्वागत करता हूं. निश्चित रूप से हमारे कार्यकर्ता बहुत पहले से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं, हरियाणा में बीजेपी की तीसरी बार सरकार बनेगी. कांग्रेस के झूठे नारों से जनता का विश्वास उठ चुका है... हमारे कार्यकर्ता पूरी तरह से तैयार हैं."
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की घोषणा पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "आज ECI ने घोषणा कर दी है कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव 3 चरणों में होगा. 4 अक्टूबर को नतीजे आएंगे. मैं इलेक्शन कमीशन से ये उम्मीद करूंगा कि सभी को लेवल प्लेइंग फील्ड दें. इन लोगों ने जो अधिकारियों को रातों-रात बदला है इसका मतलब इन्हें मालूम था कि घोषणा होगी. मैं चाहता हूं कि ECI इसे भी देखें कि इन अफसरों को किस आधार पर बदला गया है."
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की घोषणा पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, "मैं ये चुनाव लड़ूंगा, उमर अब्दुल्ला चुनाव नहीं लड़ेंगे. जब राज्य का दर्जा मिल जाएगा तब मैं उतर जाऊंगा और उमर अब्दुल्ला उस सीट से लड़ेंगे."
बीजेपी नेता तरुण चुघ ने कहा ने कहा, "ECI ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के लिए मतदान की तारीखों की घोषणा कर दी है और हम इस घोषणा का स्वागत करते हैं. ईसीआई एक स्वतंत्र निकाय है जो मतदान की तारीखें तय करता है. बीजेपी एक जिम्मेदार राजनीतिक दल है और चुनाव में सकारात्मक रूप से भाग लेगी."
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा पर कहा, "कल ही प्रधानमंत्री ने एक राष्ट्र-एक चुनाव की बात की, लेकिन वे केवल 2 राज्यों में एक साथ चुनाव करा पा रहे हैं, हमें समझ में नहीं आ रहा कि वे 4 राज्यों में एक साथ चुनाव क्यों नहीं करा पा रहे हैं? चाहे ये आज हारें या कल, इनकी हार निश्चित है... हम तैयार हैं, हम जीत के प्रति आश्वस्त हैं क्योंकि हमने लोगों के मुद्दे उठाए हैं..."
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "हमें सभी जिलों में जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है और उस आधार पर मैं बोल सकता हूं कि कांग्रेस की सरकार हरियाणा में बनने वाली है. चार अक्टूबर को बीजेपी हरियाणा से बाहर. ये सरकार महज वेब पोर्टल की सरकार है."
हरियाणा कांग्रेस प्रेसिडेंट उदयभान सिंह ने कहा, "राज्य की जनता बीजेपी के कुशासन से छुटकारा चाहती है. आज उसकी शुरुआत हो चुकी है. हाथ बदलेगा हालत और कांग्रेस से ही आस. हरियाणा की जनता इस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार है."
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए नोमिनेशन की अंतिम तारीख 12 सितंबर 2024 है. स्क्रूटनी की अंतिम तारीख 13 सितंबर और कैंडिडेट के नाम वापसी की अंतिम तारीख 16 सितंबर है.
तीसरे चरण के चुनाव के लिए नोमिनेश की अंतिम तारीख 12 सितंबर है. स्क्रूटनी की अंतिम तारीख 13 सितंबर और कैंडिडेट के नाम वापसी की लास्ट डेट 17 सितंबर 2024 है.
आम आदमी पार्टी के नेता संदीप पाठक ने कहा, "हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी पूरी तरह से तैयार है. मतदान 1 अक्टूबर को होगा और नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे. आज अरविंद केजरीवाल का जन्मदिन है और बारिश भी हो रही है. यह एक अच्छा संकेत है."
जम्मू कश्मीर में दूसरे फेज के लिए नोमिनेशन की अंतिम तारीख 5 सितंबर है. स्क्रूटनी की अंतिम तारीख 6 सितंबर और कैंडिडेट के नाम वापसी की अंतिम तारीख 9 सितंबर 2024 है.
जम्मू कश्मीर में पहले चरण की वोटिंग को लिए नोमिनेशन की अंतिम तारीख 27 अगस्त 2024 है. नोमिनेशन के स्क्रूटनी की अंतिम तारीख 28 अगस्त और नाम वापसी की तारीख 30 अगस्त है. इसके बाद 18 सितंबर 2024 में 24 सीटों पर मतदान कराए जाएंगे.
हरियाणा विधानसभा चुनावों की घोषणा पर ABP न्यूज से Exclusive बातचीत में AAP नेता आतिशी ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी हरियाणा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी और गठबंधन पर फैसला अरविंद केजरीवाल ही करेंगे. उन्होंने कहा कि हरियाणा में हम पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेंगे. हरियाणा के लोग बदलाव चाहते हैं. हरियाणा के लोग BJP को हटाना चाहते हैं. अरविंद केजरीवाल हरियाणा के बेटे हैं, आम आदमी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी और अच्छा परफ़ॉर्म करके दिखायेगी. गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि इसका फ़ैसला अरविंद केजरीवाल जेल से बाहर आने के बाद लेंगे.
कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा पर कहा, "मैं इसका स्वागत करता हूं. देर आए दुरुस्त आए. इसका बहुत इंतजार था. आज तीन चरणों के चुनाव की घोषणा, मुझे लगता है कि लोकतंत्र के तौर पर जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए यह बहुत खुशी का दिन है. लोगों को अब एक अच्छी पार्टी, अच्छे लोगों को चुनने का मौका मिलेगा, जो सदन में राज्य की बहाली के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे."
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि 46 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनावों की घोषणा भी जल्द ही की जाएगी.
जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, "देर आए दुरुस्त आए. चुनाव आयोग ने तीन चरणों में चुनाव की तारीखों की घोषणा की है. कार्यक्रम कुछ ही समय में समाप्त हो जाएगा. 1987-1988 के बाद यह पहली बार है जब जम्मू-कश्मीर में इतने कम चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस इस दिन के लिए तैयार थी. हम जल्द ही अपना चुनाव अभियान शुरू करेंगे."
केरल की वायनाड सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर राजीव कुमार ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण वायनाड संसदीय सीट पर अभी उपचुनाव नहीं हो सकता, मतदान समय पर होगा.
चुनाव की घोषणा पर हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "कांग्रेस तैयार है और सभी वर्गों के लोगों ने कांग्रेस को सत्ता में लाने का फैसला कर लिया है."
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बारे में पूछे जाने पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "पिछली बार महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव एक साथ हुए थे. उस समय जम्मू-कश्मीर कोई फैक्टर नहीं था, लेकिन इस बार इस साल 4 चुनाव हैं और इसके तुरंत बाद 5वां चुनाव है, जिसमें जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली शामिल हैं. सुरक्षा बलों की आवश्यकता के आधार पर हमने 2 चुनाव एक साथ कराने का फैसला किया है. दूसरा फैक्टर यह है कि महाराष्ट्र में भारी बारिश हुई और कई त्यौहार भी आने वाले हैं."
चुनाव की घोषणा होने पर बीजेपी नेता अनिल विज ने कहा, "यह अच्छी बात है कि हरियाणा में चुनाव एक अक्टूबर को होंगे. हमारी पार्टी और कार्यकर्ता चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं."
हरियाणा में 1 अक्टूबर को मतदान होगा; मतगणना 4 अक्टूबर को होगी. इस मामले पर हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान ने कहा, "हम इसका स्वागत करते हैं और कांग्रेस तैयार है. कांग्रेस 2/3 बहुमत के साथ सरकार बनाएगी."
राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 74 सामान्य, एससी-7 और एसटी-9 हैं. जम्मू-कश्मीर में कुल 87.09 लाख मतदाता होंगे, जिनमें से 44.46 लाख पुरुष, 42.62 लाख महिलाएं, 3.71 लाख पहली बार मतदाता और 20.7 लाख युवा मतदाता हैं. अमरनाथ यात्रा 19 अगस्त को समाप्त होगी और 20 अगस्त को अंतिम मतदाता सूची भी प्रकाशित की जाएगी.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि हरियाणा में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 73 सामान्य, एससी-17 और एसटी-0 हैं. हरियाणा में कुल 2.01 करोड़ मतदाता होंगे, जिनमें से 1.06 करोड़ पुरुष, 0.95 करोड़ महिलाएं, 4.52 लाख पहली बार मतदाता और 40.95 लाख युवा मतदाता हैं. हरियाणा की मतदाता सूची 27 अगस्त 2024 को प्रकाशित की जाएगी.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि हरियाणा में एक चरण में ही मतदान होंगे जो 1 अक्टूबर को होगा और इसके नतीजे 4 अक्टूबर को नतीजे आएंगे.
राजीव कुमार ने कहा कि हमने वादा किया था चुनाव छोटा कराएंगे और जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में वोटिंग होगी. पहला चरण का मतदान 18 सितंबर, दूसरे चरण का 25 सितंबर और तीसरे चरण का 1 अक्टूबर को मतदान होगा. इसके नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने हरियाणा चुनाव के बारे में बताते हुए कहा कि हरियाणा में 2 करोड़ 1 हजार वोटर हैं. राज्य में 90 विधानसभा सीटें हैं. जिसमें 73 जनरल सीटें और 17 एससी सीटें हैं. इसकी वोटर लिस्ट 27 अगस्त को रिलीज की जाएगी. हरियाणा में 20 हजार 629 पोलिंग स्टेशन हैं.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि भारत ने दुनिया को जो तस्वीर दिखाई उससे दुनिया में मैसेज गया, चमक बहुत दिनों तक दिखाई देती रहेगी. विश्व में कही भी चुनाव हो भारत से तुलनात्मक रूप से याद दिलाती रहेगी. जम्मू कश्मीर चुनाव समीक्षा के लिए हमारी टीम गई थी, लोगों में गजब का उत्साह दिखाई दिया. सभी लालायित दिखे. लंबी-लंबी लाइनें उम्मीद और जम्हूरियत की तस्वीर बता रही थी कि आवाम बदलाव चाहता है और वह उसका हिस्सा बनना चाहता है.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लगभग 20 लाख युवा मतदाता हैं. पिछले चुनाव में लोगों की लंबी-लंबी कतारें दिखीं.
राजीव कुमार ने कहा कि इलेक्शन कमीशन ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था. और वहां पर 87 लाख 9 हजार वोटर हैं, 11 हजार 838 पोलिंग बूथ हैं और लोगों में विधानसभा चुनाव को लेकर उत्साह है.
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में लोगों ने आतंक को नकार दिया और बायकॉट छोड़कर बैलेट का साथ दिया.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि जम्मू कश्मीर की आवाम चाहती थी कि चुनाव हों. घाटी ने हिंसा को पिछले चुनाव नकार दिया.
जम्मू-कश्मीर में 2014 विधानसभा चुनाव के दौरान 87 सीटों पर वोटिंग हुई थी. इसमें से 28 सीटों पर पीडीपी को जीत मिली थी, जबकि बीजेपी के खाते में 25 सीटें गईं. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 सीटें जीती थीं, कांग्रेस को 12 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि अन्य दलों को 7 सीटों पर फतह हासिल हुई थी.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा वाला केंद्रशासित प्रदेश है. पूर्ण राज्य का दर्जा खत्म होने के बाद इसकी विधानसभा की तस्वीर भी बदल चुकी है. अब जम्मू-कश्मीर में 114 सीटें हैं, जिसमें से 24 पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में पड़ती हैं. इस तरह सिर्फ 90 सीटें ही हैं, जिस पर चुनाव होंगे. 90 में 43 सीटें कश्मीर डिविजन में, जबकि 47 जम्मू डिविजन में गई हैं. पहले 87 सीटों पर ही चुनाव होता था.
चुनाव की घोषणा से पहले जम्मू-कश्मीर में पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल. 27 आईपीएस/केपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया है. इनमें डीआइजी, एसएसपी, एसपी रैंक के अधिकारियों शामिल हैं. इसके अलावा 89 IAS/KAS अफसरों का भी तबादला हुआ है. 3 जिलों के डीसी भी बदले गए हैं.
जम्मू कश्मीर एनसी के नेता शेख बसीर अहमद ने कहा, चुनाव की घोषणा होगी, इसका जम्मू कश्मीर के लोग इंतजार कर रहे हैं. पिछले 2-3 महीनों में जम्मू कश्मीर में आतंकवाद ने काफी नुकसान किया है. लोगों को अपने प्रतिनिधि चुनने का समय आ गया है. 1996 में इससे भी खराब हालत थे और सूबे में चुनाव हुआ था.
फारूक अब्दुल्ला ने एक चैनल से बातचीत में कहा, मैं बहुत खुश हूं. आज जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव तारीखों का ऐलान होना है. इसके लिए मैं चुनाव आयोग को मुबारकबाद देता हूं. फारूक अब्दुल्ला ने कहा, मैं खुद चुनाव लड़ूंगा. उन्होंने भरोसा जताया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी.
- मनोहर लाल की जगह नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में BJP मैदान में.
- कांग्रेस की कमान एक बार फिर भूपेंद्र सिंह हुड्डा के पास.
- 25% के करीब वोट के साथ जाट वोटर सबसे असरदार.
- पंजाब के बाद सबसे ज्यादा दलित वोटर हरियाणा में.
- कांग्रेस का जोर जाट और दलित मतदाताओं पर.
- BJP का सबसे ज्यादा जोर OBC मतदाताओं पर.
- JJP भी जाट मतदाताओं के सहारे चुनाव मैदान में.
- कांग्रेस और AAP के बीच गठबंधन के संकेत नहीं.
- AAP ने सभी सीटों पर लड़ने का एलान किया है.
- अरविंद केजरीवाल मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले.
जम्मू कश्मीर में 5 लोकसभा सीटें हैं. इनमें से बीजेपी ने 2, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 2 और एक सीट पर निर्दलीय ने जीत हासिल की. वहीं वोट प्रतिशत की बात करें तो बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी रही. बीजेपी को 24%, नेशनल कॉन्फ्रेंस को 22 प्रतिशत, कांग्रेस को 19 प्रतिशत और पीडीपी को 8 प्रतिशत वोट मिला.
- जम्मू-कश्मीर अब राज्य नहीं रहा.
- लद्दाख अब जम्मू-कश्मीर का हिस्सा नहीं रहा.
- केंद्र के शासन के तहत जम्मू-कश्मीर में चुनाव.
- 370 हटाए जाने के बाद पहला विधानसभा चुनाव.
- विधानसभा सीटों की संख्या बढ़कर 90 हुई.
- अब 6 साल की जगह 5 साल की सरकार होगी.
- मुफ्ती मोहम्मद सईद की गैर-मौजूदगी में चुनाव.
- गुलाम नबी आजाद ने अपनी अलग पार्टी बनाई.
जम्मू कश्मीर में काफी समय से विधानसभा चुनाव कराने की मांग की जा रही है. इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दाखिल की गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों भारत सरकार और चुनाव आयोग को 30 सितंबर तक राज्य में चुनाव कराने का आदेश दिया था. हाल ही में चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर का दौरा भी किया था. माना जा रहा है कि राज्य में 5-7 चरण में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं.
जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव होने हैं. यहां 2014 में आखिरी बार विधानसभा चुनाव हुए थे. हालांकि, जम्मू कश्मीर को अभी पूर्व राज्य का दर्जा नहीं मिला है. जम्मू कश्मीर में पिछला विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था. तब राज्य में 87 विधानसभा सीटें थीं. इनमें से जम्मू में 37 और कश्मीर घाटी में 46 जबकि लद्दाख में 6 सीटें थीं. लेकिन परिसीमन के बाद अब जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सीटों की संख्या 90 हो गई हैं. इनमें से 43 सीटें जम्मू, 47 सीटें कश्मीर में हैं.
हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी का बड़ा बयान आया है. उन्होंने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस से जुड़े सवाल पर कहा कि किसने कहा कि आज घोषणा होगी? हरियाणा में चुनाव समय पर होंगे. दरअसल, हरियाणा में 90 सीटों वाले हरियाणा में 2019 में 21 अक्टूबर को एक चरण में मतदान हुआ था. नतीजे 24 अक्टूबर को आए थे.
चुनाव आयोग ने विधानसभा चुनाव तारीखों के ऐलान के लिए आज दोपहर 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है. हालांकि, चुनाव आयोग ने साफ नहीं किया कि कितने और किन राज्यों में चुनाव तारीखों का ऐलान होना है. हालांकि, माना जा रहा है कि आज हरियाणा और जम्मू कश्मीर में चुनाव तारीखों का ऐलान किया जा सकता है.
बैकग्राउंड
Assembly Election 2024 Date Live: चुनाव आयोग ने शुक्रवार (16 अगस्त) को जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि हरियाणा में एक चरण में मतदान होगा जो 1 अक्टूबर को होगा और जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में मतदान होगा जिसमें पहल चरण 18 सितंबर, दूसरा 25 सितंबर और तीसरा चरण 1 अक्टूबर को होगा. दोनों ही राज्यों के नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे.
सबसे ज्यादा निगाहें जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव पर हैं, क्योंकि आर्टिकल 370 हटने के बाद यहां पर पहली बार वोटिंग करवाई जाएगी. केंद्रीय चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था. चुनाव आयोग की टीम ने केंद्रशासित प्रदेश का 8 से 10 अगस्त के बीच दौरा किया था, जिसके बाद वह हरियाणा गई थी. टीम ने गृह सचिव अजय भल्ला के साथ मुलाकात की थी, जिसमें उनसे जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा हालातों का जायजा लिया गया था.
90 सीटों वाले हरियाणा में 2019 में 21 अक्टूबर को एक चरण में मतदान हुआ था. नतीजे 24 अक्टूबर को आए थे.
अगर जम्मू-कश्मीर की बात करें तो यहां पर आखिरी बार चुनाव 2014 में हुए थे. उसके बाद बीजेपी-पीडीपी की सरकार गिर गई और फिर राज्य का पुनर्गठन किया गया. 2019 में आर्टिकल 370 हटने के बाद से यहां पर चुनाव नहीं हुए हैं.
2014 में हुए चुनाव के समय राज्य में 87 विधानसभा सीटें थीं. इनमें से जम्मू में 37 और कश्मीर घाटी में 46 जबकि लद्दाख में 6 सीटें थीं. लेकिन परिसीमन के बाद अब जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सीटों की संख्या 90 हो गई हैं. इनमें से 43 सीटें जम्मू, 47 सीटें कश्मीर में हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल नवंबर में खत्म हो रहा है. ठीक ऐसे ही झारखंड विधानसभा का कार्यकाल भी जनवरी 2025 के पहले हफ्ते में खत्म होने वाला है. ऐसे में जल्द ही चुनाव आयोग इन दोनों राज्यों के लिए भी चुनावी तारीखों का ऐलान कर सकता है.
महाराष्ट्र की भी 288 सीटों पर 21 अक्टूबर 2019 को ही मतदान हुआ था. नतीजे 24 अक्टूबर को आए थे. वहीं, 81 सीटों वाले झारखंड में पिछले विधानसभा चुनाव 2019 में हुए थे. तब 30 नवंबर से 20 दिसंबर 2019 तक 5 चरण में मतदान हुआ था.
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