Assembly Elections 2023: पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के ऐलान के बाद उमर अब्दुल्ला ने ECI से पूछा, जम्मू-कश्मीर में कब होंगे?
Jammu & Kashmir Elections: उमर अब्दुल्ला ने ईसीआई से पूछा कि आखिर जम्मू-कश्मीर में चुनाव कब होंगे? उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर में उन्हें (ECI) चुनाव कराने की इजाजत नहीं दी जा रही है.''
Omar Abdullah on Jammu & Kashmir Elections: केंद्रीय चुनाव आयोग ने सोमवार (9 अक्टूबर 2023) को 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया. इसके बाद एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव कराए जाने की मांग की होने लगी है. नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने चुनाव आयोग से पूछा है कि आखिरी जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) में चुनावों (Elections) की घोषणा कब की जाएगी.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए ईसीआई से पूछा कि आखिर जम्मू-कश्मीर में चुनाव कब होंगे? उमर अब्दुल्ला ने कहा, "जम्मू-कश्मीर में उन्हें (ECI) चुनाव कराने की इजाजत नहीं दी जा रही है.''
'क्यों नहीं हो रहे चुनाव, वजह बताए आयोग'
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमें बताएं कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव नहीं कराने के कारण क्या हैं? उन्होंने ईसीआई पर सवाल दागते हुए यह भी पूछा कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव नहीं कराने के पीछे की खास वजह बताई जाए. उन्होंने ये भी कहा कि क्या वहां की स्थिति इतनी खराब है कि चुनाव नहीं कराए जा सकते?
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव नहीं कराए जाने के मामले को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल खड़े करते हुए ये भी कहा कि इसके लिए लोगों को जवाब देना होगा कि वे उन्हें लोकतंत्र से दूर क्यों रख रहे हैं.
'कैसे हैं जम्मू-कश्मीर में हालात?'
मीडिया के सवालों के जवाब में उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार से भी पूछा कि आखिर जम्मू-कश्मीर के हालात कैसे हैं. क्या जम्मू-कश्मीर में हालात इतने खराब हो गए हैं कि चुनाव नहीं करवाए जा सकते. उन्होंने 1996 और 2014 के हालातों का भी जिक्र किया.
उन्होंने कहा कि 2014 की बाढ़ के वक्त तो चुनावों में एक भी दिन की देरी नहीं करने की बात कही जा रही थी, लेकिन अब ऐसा क्या हो गया कि चुनाव कराने की तारीख अनाउंस नहीं की जा रही हैं. उमर अब्दुल्ला ने इसको लेकर चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं.