EC Notice To Priyanka Gandhi And Arvind Kejriwal: भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने मंगलवार (14 नवंबर) को पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कथित तौर पर गलत बयानबाजी करने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक अरविंद केजरीवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.   


दरअसल दोनों नेताओं की गलत बयानबाजी के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शिकायतें दर्ज कराईं थीं. इसी को आधार बनाते हुए इलेक्शन पैनल ने दोनों नेताओं से जवाब मांगा है कि 16 नवंबर तक उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए. फिलहाल दोनों पक्षों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. अरविंद केजरीवाल को भेजे नोटिस में चुनाव आयोग के वरिष्ठ प्रमुख सचिव नरेंद्र एन बुटोलिया ने आप के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पीएम मोदी के खिलाफ किए गए दो पोस्ट्स पर स्पष्टीकरण मांगा है.


आप के पोस्ट पर बीजेपी ने की थी शिकायत


हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी ने 10 नवंबर को एक वीडियो को लेकर चुनाव आयोग से संपर्क किया था. इस वीडियो को आप ने 8 नवंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपलोड किया था जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिजनेसमैन गौतम अडानी को दिखाया गया था. इसके अगले दिन पार्टी ने अडानी और पीएम मोदी की एक तस्वीर पोस्ट करके आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री जनता के लिए नहीं बल्कि उद्योगपतियों के लिए काम करते हैं.


आप के खिलाफ अपनी शिकायत में बीजेपी ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66A का भी हवाला दिया, जो संचार सेवा के माध्यम से आपत्तिजनक संदेश भेजने को अपराध मानता है. हालांकि, धारा 66A को 2015 में श्रेया सिंघल फैसले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से रद्द कर दिया गया था और इस प्रकार, इसका उपयोग नहीं किया जा सकता है.


चुनाव आयोग के नोटिस में क्या?


अपने नोटिस में चुनाव आयोग ने कहा, “आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक को दूसरे राष्ट्रीय दल और उसके स्टार प्रचार के खिलाफ कथित सोशल मीडिया पोस्ट में दिए गए बयानों/आरोपों/कथनों पर स्पष्टीकरण और यह बताने के लिए कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए आपके खिलाफ उचित कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए के लिए बुलाया गया है.”


प्रियंका गांधी को भी भेजा नोटिस


इससे पहले चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को नोटिस भेजा. बीजेपी ने आयोग से शिकायत की थी कि कांग्रेस नेता ने मध्य प्रदेश के सांवेर में एक रैली के दौरान मोदी के बारे में "अप्रत्याशित और गलत बयान" दिए थे. उन्होंने कथित तौर पर आरोप लगाया था कि मोदी ने पीएसयू बीएचईएल को अपने उद्योगपति दोस्तों को दे दिया है.


ईसी सचिव अमित कुमार की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है, "जैसा कि ऊपर पैरा 5 में कहा गया है, आपको तथ्यों को सत्यापित करना होगा ताकि मतदाताओं को गुमराह करने की कोई संभावना न रहे." एक महीने से भी कम समय में प्रियंका गांधी को यह दूसरा नोटिस है. इससे पहले, उन्हें उनके उस बयान के लिए नोटिस जारी किया गया था जिसमें उन्होंने कहा था कि मोदी ने एक मंदिर में केवल 21 रुपये का दान दिया था.


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