अखिलेश यादव के बाद उमर अब्दुल्ला ने उठाए सवाल, 'I.N.D.I.A को विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग नहीं करनी थी तो...'
Elections 2023: बीजेपी के खिलाफ एकजुट हुए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की एकजुटता को लेकर इसमें शामिल नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने इस बार सवाल उठाए हैं.
Assembly Elections 2023: बीजेपी के खिलाफ एकजुट हुए विपक्षी गठबंधन 'इंडिया'में शामिल दलों की एकजुटता को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव के बाद जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने भी गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि हम एक दूसरे के खिलाफ ही लड़ रहे हैं.
विपक्षी गठबंधन 'इंडिया'में शामिल नेशनल कॉन्फ्रेंस के वाइस प्रेसिडेंट उमर अब्दुल्ला ने कहा, ''गठबंधन विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के लिए नहीं करना था तो पहले से साफ कर देते. मीटिंग में बार-बार बात उठी कि क्या विधानसभा चुनाव में गठजोड़ होगा. इसको लेकर फैसला नहीं हुआ. इसका नतीजा है कि मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में गठबंधन 'इंडिया' की पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं.''
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस कह रही है कि गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए हुआ है. ऐसा है तो कारगिल में जो हुआ उसका क्रेडिट गठबंधन इंडिया को क्यों दिया गया. मैं चाहता हूं कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद खटास को दूर करें ताकि लोकसभा चुनाव में हमारा प्रदर्शन अच्छा रहें.
#WATCH | Srinagar: On INDIA Alliance, National Conference Vice President and former J&K CM Omar Abdullah says, "If INDIA Alliance did not want to share seats in the state elections, then they should have cleared it beforehand. I have been participating in the meetings, the topic… pic.twitter.com/QrCle7U5N8
— ANI (@ANI) November 7, 2023
कांग्रेस ने क्या कहा है?
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने रविवार (5 नवंबर) को पार्टी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, ''लोकसभा चुनाव को लेकर 27-28 पार्टी ने एकजुट होने का निर्णय लिया है.अभी हम पांच राज्यों के चुनाव में व्यस्त हैं. ये चुनाव खत्म होते ही एक बार फिर से हम जुट जाएंगे.''
अखिलेश यादव भी लगातार उठा रहे हैं सवाल
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव लगातार कांग्रेस पर गठबंधन को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कह रहे हैं कि वो नहीं चाहती है कि छोटे दल उसके सहयोगी बने.
उन्होंने मध्य प्रदेश के निवाड़ी में कहा, ''मैं जनता को कांग्रेस और बीजेपी से इसलिए सावधान कर रहा हूं क्योंकि राज्य में दोनों दलों ने सरकार बनाई है, लेकिन गरीब और किसानों की जो तस्वीर बदलनी चाहिए थी वो नहीं बदली है. आज भी गरीबी है, भुखमरी है, बेरोजगारी है.''
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि जहां तक कांग्रेस का सवाल है तो कांग्रेस ने अच्छा किया कि पहले ही हमसे दूर हो गई नहीं तो हमारे कई साथी नामांकन ही नहीं भर पाते क्योंकि उन्हें ये भरोसा था कि हम (INDIA गठबंधन) साथ मिलकर लड़ रहे हैं.
कांग्रेस और सपा में नाराजगी क्यों शुरू हुई?
अखिलेश यादव ने हाल ही में दावा किया था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पू्र्व सीएम ने हमारे साथ मीटिंग की. इस दौरान छह सीटों पर बात बनी, लेकिन एक भी सीट नहीं दी गई. मुझे पता होता कि लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन है तो मैं बैठक नहीं करता. यूपी में इसका ध्यान रखा जाएगा.
नीतीश कुमार ने क्या कहा?
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी हाल ही में कहा था कि कांग्रेस की विधानसभा चुनाव में अधिक दिलचस्पी है. ये चुनाव खत्म होने के बाद कांग्रेस फिर से मीटिंग बुलाएगी.
नीतीश कुमार के इस बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उनसे फोन पर बात कर आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की थी.
बीजेपी भी कर रही है हमला
विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की एकजुटता पर उठ रहे सवाल को लेकर बीजेपी लगातार तंज कस रही है. हाल ही में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि दिल्ली में दोस्ती चल रही है और राज्यों में कुश्ती कर रहे हैं. ऐसे में इनका नाटक ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा.
बता दें कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव का रिजल्ट 3 दिसंबर को आएगा. मध्य प्रदेश में इंडिया गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और जेडीयू ने कई सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
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