Assembly Elections 2024: चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया. 90 सीटों वाले हरियाणा में 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी, नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे. इसके अलावा महाराष्ट्र और झारखंड में भी इसी साल चुनाव होने हैं, हालांकि अभी तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है. इसी बीच मैट्रिज सर्वेक्षण एजेंसी द्वारा किए गए और शुक्रवार को टाइम्स नाउ द्वारा प्रसारित एक जनमत सर्वेक्षण के अनुसार, अगर आज विधानसभा चुनाव होते हैं तो हरियाणा, झारखंड या महाराष्ट्र में कोई भी पार्टी पूर्ण बहुमत हासिल करने की स्थिति में नहीं है. 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को थोड़ी बढ़त है, हालांकि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) बहुत पीछे नहींं है.
महाराष्ट्र में किसे सबसे ज्यादा फायदा?
सर्वेक्षण के मुताबिक महाराष्ट्र में भाजपा को 95 से 105 सीटें, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को 19 से 24 सीटें और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को 7 से 12 सीटें मिलने का अनुमान है.
वहीं, कांग्रेस को 42 से 47 सीटें, शिवसेना-यूबीटी (उद्धव ठाकरे गुट) को 26 से 31 सीटें और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी-एसपी को 23 से 28 सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि अन्य दलों और उम्मीदवारों को 11 से 16 सीटें मिलने का अनुमान है.
मतोंं के संदर्भ में सर्वे में भाजपा को 25.8, शिवसेना को 14.2, अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को 5.2 प्रतिशत मिलने का अनुमान है. जबकि कांग्रेस को 18.6, शिवसेना-यूबीटी को 17.6, शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को 6.2 और अन्य को 12.4 प्रतिशत मत मिलने की बात कही गई है.
ओपिनियन पोल के अनुसार, महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के लिए सबसे पसंदीदा उम्मीदवारों की सूची में एकनाथ शिंदे सबसे आगे हैं. सर्वेक्षण में शामिल 27 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने उन्हें बतौर मुख्यमंत्री पसंद किया.
सर्वे में शामिल 23 प्रतिशत लोगों ने उद्धव ठाकरे का, 21 प्रतिशत ने देवेंद्र फडणवीस और 9 प्रतिशत लोगों ने शरद पवार का समर्थन किया. शेष 20 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने अन्य उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी.
हरियाणा में किसकी सरकार?
उधर, हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है. भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को 37 से 42 सीटें, कांग्रेस को 33 से 38 सीटें, जेजेपी को 3 से 8 सीटें और अन्य दलों को 7 से 12 सीटें मिलने की उम्मीद है.
किसी भी एक पार्टी को अपने दम पर बहुमत हासिल करने का अनुमान नहीं है, लेकिन भाजपा को थोड़ा बढ़त है. झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में जेएमएम को 19 से 24 सीटें, कांग्रेस को 7 से 12 सीटें, भाजपा को 38 से 43 सीटें, एजेएसयूपी को 2 से 7 सीटें और अन्य को 3 से 8 सीटें मिलने की उम्मीद है.
इस आदिवासी राज्य में, भाजपा 42 सीटों के साथ बहुमत हासिल करती दिखाई दे रही है. ओपिनियन पोल के अनुसार, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को बतौर मुख्यमंत्री 40 प्रतिशत लोगों ने बहुत अच्छा, 21 प्रतिशत ने औसत, 24 प्रतिशत ने अच्छा नहीं बताया. 15 प्रतिशत लोग अस्पष्ट थे.
मतों के मामले में हरियाणा में भाजपा प्लस को 35.2 प्रतिशत, कांग्रेस को 31.6 प्रतिशत, जेजेपी: 12.4 प्रतिशत और अन्य को 20.8 प्रतिशत मत मिलने का अनुमान है. सर्वे पर जाट मुद्दे के प्रभाव पर निम्नलिखित आंकड़ा रहा.
जाट बनाम गैर-जाट मुद्दे का चुनावी असर होने के सवाल पर 38 प्रतिशत लोगोंं ने कहा हां, 43 प्रतिशत लोगों ने कहा नहीं और 19 प्रतिशत लोगों ने कहा कि कुछ कह नहीं सकते. आश्चर्यजनक रूप से, सर्वेक्षण में शामिल 56 प्रतिशत लोग राहुल गांधी द्वारा अग्निपथ योजना को समाप्त करने के आह्वान का समर्थन नहीं करते हैं. सर्वेक्षण के मुताबिक 29 प्रतिशत ने इस योजना को समाप्त करने की बात कही, तो 56 प्रतिशत इसके समर्थन में दिखाई दिए. 15 प्रतिशत ने कहा कि कुछ कह नहीं सकते.
झारखंड में CM रेस में कौन सबसे आगे?
इस सवाल पर कि क्या चुनाव से पहले सीएम चेहरे की घोषणा से हरियाणा में कांग्रेस और सहयोगियों को फायदा होगा? परिणाम थे - नकारात्मक प्रभाव: 35 प्रतिशत लोगोंं ने कहा नहीं, 30 प्रतिशत ने कहा हां , 24 प्रतिशत ने कहा कोई प्रभाव नहीं और 11 प्रतिशत ने कहा कि कुछ कह नहीं सकते.
झारखंड में बाबूलाल मरांडी 41 प्रतिशत के साथ मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे पसंदीदा विकल्प हैं. सीएम हेमंत सोरेन 32 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर हैं. अर्जुन मुंडा को 9 प्रतिशत, चंपई सोरेन को 5 प्रतिशत तथा अन्य को 13 प्रतिशत लोगों का समर्थन प्राप्त है.