नई दिल्ली: महाराष्ट्र और हरियाणा के आम से खास तक के लिए चुनाव आयोग ने वह तारीख तय कर दी जिस दिन ये अपने रहनुमा चुनेंगे. 21 अक्टूबर को दोनों राज्य के लोग अपनी उंगली पर स्याही लगाकर उन लोगों को चुनेंगे, जिनकी स्याही से इन राज्यों की किस्मत तय की जाएगी. 24 अक्टूबर को चुनाव परिणाम के दिन यह स्पष्ट हो जाएगा कि आने वाले पांच साल कैसे बीतेंगे? इस चुनावी समर में सियासी दल अपने तरकश के हर तीर को आजमा रहे हैं. पक्ष और विपक्ष सियासी समीकरण में सत्ता की गुंजाइश बनी रहे, इसके लिए हर मोहरे को बिसात पर बैठाने में जुटे हुए हैं.


चलिए पहले महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ एनडीए में चल रही हलचल को बताते हैं. कल महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और सीएम देवेंद्र फडणवीस की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि सीटों का एलान संभव है. सूत्रों के मुताबिक 288 सीट वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बीजेपी ने अब शिवसेना के सामने 120 सीटों का प्रस्ताव रखा है जिसे शिवसेना ने फिलहाल के लिए नामंज़ूर किया है. शिवसेना 130 सीटों की मांग कर रही है. सूत्रों के मुताबिक सिर्फ 10 सीटों को लेकर बात बिगड़ी हुई है. पहले खबर थी कि इसी बिगड़ी बात को बनाने के लिए अमित शाह 26 सितंबर को मुंबई जा रहे हैं. बताया जा रहा था कि 26 सितंबर को अमित शाह की मौजूदगी में सीट बंटवारे पर मुहर लग सकती है. सत्ता के गलियारे में यह चर्चा है कि बीजेपी जितना भी शिवसेना पर दबाव बनाए लेकिन सच्चाई ये है कि बीजेपी शिवसेना का साथ नहीं छोड़ना चाहती. बीजेपी के बड़े नेताओं को पता है कि साल 2014 की शिवसेना और आज की शिवसेना में बहुत अंतर है. आज शिवसेना भी अकेले चुनाव लड़ने पर बेहतर प्रदर्शन कर सकती है. महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी के महाराष्ट्र के चुनाव सह प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य ने गठबंधन जल्द होने के संकेत दिये.


हरियाणा में 90 विधानसभा सीट है और सभी सीटों पर 21 अक्टूबर को वोटिंग होगी. सूत्रों के मुताबिक यहां सबसे अहम खबर यह है कि बीजेपी 15 प्रतिशत नये चेहरों को मैदान में उतार सकती है. ऐसी उम्मीद है कि नवरात्र शुरू होते ही पार्टी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर देगी.


क्या कहता है एबीपी न्यूज़-सी वोटर के ओपिनियन पोल
लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत के बाद अब विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी बंपर जीत हासिल कर सकती है. एबीपी न्यूज़-सी वोटर के ओपिनियन पोल में बीजेपी दोनों राज्यों में अपनी सरकार बचाने में कामयाब होती दिख रही है.


महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटें है और बीजेपी और उसके सहयोगियों को में 205 सीटों पर जीत हासिल हो सकती हैं. वहीं, कांग्रेस और उसके सहयोगियों को 55 सीटों पर जीत मिल सकती है. अन्य को 28 सीटें मिलने का अनुमान है. महाराष्ट्र में सबसे बड़ी समस्या पानी और बेरोजगारी है. वहीं, मुख्यमंत्री पद के सबसे बड़ी पसंद देवेंद्र फडणवीस हैं.


हरियाणा की कुल 90 सीटों में से बीजेपी 78 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है. वहीं कांग्रेस के खाते में 8 सीटें जा सकती हैं. जेजेपी एक सीट पर जीत हासिल कर सकती हैं और अन्य के खाते में 3 सीटें जा सकती हैं. ओपिनियन पोल में ये बात भी सामने आई है कि हरियाणा में 48 फीसदी वोट के साथ मुख्यमंत्री पद के लिए पहली पसंद मनोहर लाल खट्टर हैं. वहीं, 13 फीसदी वोटों के साथ भूपेंद्र सिंह हुड्डा दूसरे नंबर पर हैं. राज्य के लोगों के लिए चुनाव का मुख्य मुद्दा रोजगार और पानी है.