Assembly Elections in 2023: साल 2023 देश की राजनीतिक सरगर्मी से भरा रहने वाला है. इस साल एक के बाद एक लगातार कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. साल 2024 में देश में आम चुनाव होने हैं. ऐसे में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों को 2024 के पहले होने वाला सेमीफाइनल माना जा रहा है. उत्तर पूर्व के अलावा जिन प्रमुख राज्यों में चुनाव होने हैं उनमें कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना शामिल हैं.
उत्तर पूर्व के तीन राज्य नगालैंड, त्रिपुरा और मेघालय में सबसे पहले फरवरी-मार्च में चुनाव हो सकते हैं. इन राज्यों में मार्च की अलग-अलग तारीख में विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है. ऐसे में उसके पहले चुनाव हो जाना आवश्यक है.
उत्तर पूर्व में सबसे पहले बजेगा बिगुल
उत्तर पूर्व के जिन तीन राज्यों में चुनाव होने हैं उनमें त्रिपुरा में बीजेपी की सरकार है, जबकि नगालैंड में नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के साथ बीजेपी सत्ता में है. मेघालय में नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) की सरकार है और यहां भी बीजेपी गठबंधन में शामिल है. मेघालय में सरकार चला रही एनपीपी उत्तर पूर्व की इकलौती पार्टी है जिसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल है.
चुनाव आयोग से जुड़े सूत्रों ने दिसंबर में इस बात का संकेत दिया था कि उत्तर पूर्व के तीन राज्यों में एक साथ चुनाव कराए जा सकते हैं. इसके बाद कर्नाटक विधानसभा के लिए चुनाव कराए जा सकते हैं. कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल मई 2023 में पूरा हो रहा है. बीजेपी शासित इस राज्य में अप्रैल के आखिर में या फिर मई की शुरुआत में नई विधानसभा का गठन हो सकता है.
साल 2023 का आखिर चुनावों के लिहाज से बेहद ही व्यस्त रहने वाला है. इस साल मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में एक के बाद एक लगातार चुनाव होने हैं. इन राज्यों की विधानसभा का कार्यकाल इस साल दिसम्बर और 2024 की जनवरी में अलग-अलग तारीखों को पूरा हो रहा है.
5 राज्यों में साथ हो सकते हैं चुनाव
40 सदस्यों वाली मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल 17 दिसम्बर को पूरा हो रहा है. वहीं छत्तीसगढ़ विधानसभा का कार्यकाल 3 जनवरी और मध्य प्रदेश का 6 जनवरी को पूरा हो रहा है. राजस्थान विधानसभा का 14 जनवरी जबकि तेलंगाना विधानसभा का कार्यकाल 16 जनवरी को पूरा हो रहा है. इन पांच राज्यों में एक साथ चुनाव कराए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.
जम्मू-कश्मीर में भी उम्मीद
9 राज्यों के अलावा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर भी चुनावों का इंतजार कर रहा है. पीटीआई की खबर के मुताबिक 9 दिसम्बर को सूत्रों ने बताया था कि जम्मू और कश्मीर 2023 की गर्मियों में चुनाव कराए जा सकते हैं. चुनाव की तारीखों का ऐलान सुरक्षा के हालात को देखते हुए लिए जाने की संभावना है.
2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर का दो राज्यों बंटवारा करते हुए लद्दाख को अलग कर दिया गया था. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश में बदल दिया गया था. उस समय ही केंद्र सरकार ने कहा था कि वह जम्मू-कश्मीर में जल्द ही चुनाव कराए जाने के लिए तैयार है. स्थितियां ठीक होते ही विधानसभा के चुनाव कराए जाएंगे.
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