पश्चिम बंगाल के तीसरे चरण में भी छिटपुट हिंसा के बीच मंगलवार को जमकर वोटिंग हुई. राज्य की सत्ताधारी टीएमसी और बीजेपी ने एक दूसरे के ऊपर हिंसा को लेकर आरोप-प्रत्यारोप किए. लेकिन वोटरों के उत्साह में कोई कमी नहीं नजर आई. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शाम 7 बजकर 11 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार असम में 82.29%, केरल में 70.04%, पुदुचेरी में 78.13%, तमिलनाडु में 65.11% और पश्चिम बंगाल में 77.68% वोटिंग दर्ज की गई.


बंगाल में कब-कहां कितनी वोटिंग


शाम 5 बजे तक पश्चिम बंगाल में 77.68% वोटिंग दर्ज की गई थी. बंगाल में दक्षिण 24 परगना जिला में शाम 5 बजे तक वोटिंग 76.68 फीसदी हुई. इसके अलावा हावड़ा में 77.93 फीसदी, हुगली में 79.36 फीसदी वोटिग हुई. दक्षिण 24 परगना जिले (भाग दो) की 16 सीटों पर, हावड़ा (भाग एक) की सात सीटों पर और हुगली (भाग एक) की आठ सीटों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल के सख्त नियमों के मुताबिक वोटिंग कराई गई. पश्चिम बंगाल में मंगलवार को हो रहे तीसरे चरण के विधानसभा चुनाव के बीच राज्य के कई हिस्सों से झड़प की खबर आयी है और तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशियों- सुजाता मंडल और निर्मल मांझी ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर धक्का-मुक्की का आरोप लगाया जिसका भगवा पार्टी ने खंडन किया.


आरामबाग से प्रत्याशी मंडल ने कहा कि जब वी अरंडी क्षेत्र में मतदान केंद्रों पर गयीं तब बीजेपी के लोगों ने उनका पीछा किया एवं उनके सिर पर वार किया. उन्होंने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि‘‘ मतदाताओं को मताधिकार का इस्तेमाल नहीं करने दिया जा रहा है.’’ बीजेीप सांसद सौमित्र खान से अलग रह रही उनकी पत्नी मंडल ने कहा, ‘‘मेरे अंगरक्षकों ने मेरी जान बचायी....मुझे पता चला था कि अरंडी में भाजपा के सदस्य लोगों को वोट नहीं डालने दे रहे हैं। मैं यह पता करने गयी कि क्या गडबड़ चल रहा है। मुझ पर भगवा पार्टी के लोगों ने लाठी-डंडे से हमला किया.’’


असम की 40 सीटों पर शांतिपूर्ण मतदान


शाम 5 बजकर 34 मिनट तक असम में 78.94 फीसदी, केरल में 69.95 फीसदी, पुदुचेरी में 77.90 फीसदी, तमिलनाडु में 63.47 फीसदी और पश्चिम बंगाल में 77.68 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई. हालाकि, बंगाल के आलावा बाकी के चार राज्य असम, तमिलनाडु, केरल और पुदुचेरी में शांतिपूर्वक लोगों नो वोट डाले. असम के तीसरे और अंतिम चरण के दौरान 12 जिलों की 40 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हुई. यहां के बूथ पर वोटरों की लंबी कतारें देखी जा रही थी. वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए व्हीलचेयर और ई-रिक्शा की व्यवस्था की गयी थी. मॉडल मतदान केंद्रों में बच्चों के खेलने का स्थान, बैठने की जगह, सेल्फी ज़ोन आदि बनाए गए थे. कुछ मतदान केंद्रों को बोतलों, प्लास्टिक आदि के साथ बनाए सजाया गया था.


केरल में 140 सीटों पर संपन्न चुनाव


केरल विधानसभा चुनाव के पहले और आखिरी चरण में सभी 140 सीटों पर मंगलवार शांतिपूर्ण तरीके से वोटिंग हुई. यहां पर शाम करीब साढे चार बजे तक करीब 66 फीसदी मतदाताओं ने अपने वोटिंग का इस्तेमाल किया. यहां पर भीषण गर्मा की बावजूद बूथ पर काफी संख्या में महिला, पुरुष और वरिष्ठ नागरिकों की कतार देखी गई. सूत्रों के अनुसार, प्रदेश के कन्नूर, कोझीकोड़, पालक्कड़ एवं त्रिशूर जैसे उत्तरी जिलों के विधानसभा क्षेत्रों में अपेक्षाकृत मतदान प्रतिशत अधिक है जबकि दक्षिणी जिलों पठनमथिट्टा और इडुक्की में मतदान प्रतिशत कम है. केरल के सीएम पी. विजयन के अलावा उनकी कैबिनेट के 11 सहयोगी समेत चुनाव मैदान में कुल 957 उम्मीदवार हैं.


तमिलनाडु की सभी सीटों पर वोटिंग खत्म


तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के पहले और आखिरी चरण में राज्य की सभी 234 सीटों पर शांतिपूर्ण तरीके से वोटिंग खत्म संपन्न गई. राज्य में 88,937 मतदान केंद्र बनाए गए थे. मुख्यमंत्री पलानीस्वामी अपने पोते के साथ सेलम जिले में स्थित अपने गृह विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र पहुंचे और वोट डालने के बाद उन्होंने लोगों से मतदान करने की अपील की. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि वह सभी लोगों से अपने लोकतांत्रिक कर्तव्य का निर्वाह करने का आग्रह करते हैं.


द्रमुक अध्यक्ष स्टालिन ने यहां अपने पिता और पार्टी के बड़े नेता रहे एम करूणानिधि एवं पार्टी के संस्थापक सी एन अन्नादुरई को श्रद्धांजलि देने के बाद मतदान किया. मक्कल नीधि मैयम के अध्यक्ष कमल हासन ने भी कोयंबटूर में मतदान किया. वह पहली बार विधानसभा चुनावों में किस्मत आजमा रहे हैं. कांग्रेस नेता पी चिदंबरम, डीएमडीके नेता पी विजयकांत, नाम तमिलार काची नेता सीमान, पीएमके सांसद ए रामदास सहित अन्य नेताओं ने मतदान किया.


पुदुचेरी में वोटरों में भारी उत्साह


पुदुचेरी में 30 विधानसभा सीटों के लिए 324 उम्मीदवारों की किस्मत मंगलवार को मतपेटी में बंद हो गई. इस चरण के दौरान 10.04 वोटर्स थे और 1558 मतदान केन्द्र बनाए गए थे. पूर्व सीएम वी. नारायणसामी ने इस बार चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया. एआईएनआरसी ने 16, उसके सहयोगी दल बीजेपी ने 9 और अन्नाद्रमुक ने 5 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. वहीं, कांग्रेस ने 14 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं और यानम में वह एक निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थन कर रही है. उसके सहयोगी दल द्रमुक ने 13, वीसीके और भाकपा ने एक-एक सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.


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