नई दिल्ली: आंधी तूफान ने उत्तर भारत को हिला कर रख दिया है. कल रात करीब 11.20 बजे 70 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तूफान दिल्ली-एनसीआर से गुजरा. कल रात दिल्ली एनसीआर में धूल भरी आंधी आई, कई जगह बिजली गुल हो गई, पेड़ भी गिरे, हल्की बूंदाबांदी भी हुई. धूल भरी आंधी की वजह से सड़कों पर रोशनी कम हो गई.


मौसम विभाग का कहना है कि आज दोपहर में तेज हवाएं और बारिश हो सकती हैं.


राहत की बात ये रही कि इस तूफान के बाद किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई. दिल्ली और हरियाणा के बाद तूफान ने उत्तराखंड और हिमाचल की ओर रुख किया है. उत्तर भारत और देश के पूर्वी हिस्सों में रहने वाले आज सावधान रहें, क्योंकि आज भारी बारिश, आंधी और तूफान की आशंका है.


LIVE UPDATE:


3.15 PM: चंडीगढ़ में काले बादल छाए हुए हैं. यहां पर तेज हवा चल रही है और बारिश शुरू हो गई है.



2.30 PM: शिमला में जोरदार ओलावृष्टि हुई है. इसकी वजह से किसान बेहद परेशान हैं. लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.


01.01 PM: कल रात आये तूफान का देहरादून में असर दिखा है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के आवास के आसपास कई सारे पेड़ टूटे हैं. गढ़वाल मंडल के पहाड़ी इलाकों में जमकर बर्फ़बारी हो रही है. बद्रीनाथ मार्ग पर कुछ जगहों पर हल्के-फुल्के भूस्खलन की भी खबर है.


10.44 AM: मौसम विभाग के महानिदेशक केजे रमेश मुताबिक दिल्ली में तेज हवाओं की आशंका बनी हुई है. दिल्ली में दोपहर बाद 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. मौसम खराब होने से 40 मिनट पहले काले बादल दिखने लगेंगे.


9.20 Am: भारी बर्फबारी की वजह से केदारनाथ यात्रा रोकी गई, सोनप्रयाग से आगे नहीं जा सकते श्रद्धालु. पूर्व सीएम हरीश रावत भी केदारनाथ में फंसे हैं.


8.33 AM: गौतमबुद्धनगर के डीएम ने एबीपी न्यूज से कहा कि प्रशासन ने जिले में किसी स्कूल को बंद करने का आदेश नहीं दिया है. कुछ स्कूल खुद बंद किए गए हैं.


8.21 AM: दोपहर 3 से शाम के 7 बजे तक तेज़ हवाओं का अंदेशा.


8.20 AM:  मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली/एनसीआर का तापमान फिलहाल 26.0 है साथ ही बारिश और आंधी की आंशका भी है.

8.15 AM: आंधी तूफान की वजह से फ्लाइट में देरी हुई. 6 विमान की लैंडिंग और एक विमान के टेकऑफ में देरी हुई.

उत्तराखंड में मौसम खराब, 15 साल बाद बद्रीनाथ में मई में बर्फबारी
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में मौसम खराब होना शुरू हो चुका है. पहाड़ी इलाकों में तेज आंधी तूफान, बारिश के साथ साथ ओले भी गिरे हैं. चमोली में कल दिन से मौसम खराब होना शुरू हो गया और बारिश होने लगी. बदरीनाथ धाम में भी बर्फबारी हुई है जो बताया जा रहा है कि करीब 15 साल बाद बदरीनाथ में मई के महीने में बर्फबारी हुई है. हालांकि उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में मौसम खराब नहीं है लेकिन पहाड़ी इलाकों में इसका असर जरूर देखने को मिल रहा है. खासकर चमोली और आसपास में इसका असर देखने को मिला है. चमोली में कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे तूफान में गिर गए.


देश में कहां कहां अलर्ट?
देश के तेरह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में आंधी तूफान और बारिश की चेतावनी जारी की गई है. इनमें दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल, पश्चिमी यूपी के हिस्सों में 50 से 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी है. पंजाब, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिमी मप्र में भी असर रहेगा. पश्चिमी राजस्थान में धूलभरी आंधी आ सकती है.


कहां कहां स्कूल बंद?
आंधी तूफान के अलर्ट के बाद देश में कई जगहों पर एहतियातन स्कूल कॉलेज बंद कर दिए हैं. दिल्ली में दोपहर बाद के सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित है. हरियाणा में आज सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद हैं. यूपी के गाजियाबाद में सभी स्कूल कॉलेज बंद रहेंगे. यूपी के नोएडा में अभी सिर्फ 4 स्कूलों ने खुद ही छुट्टी घोषित कर दी है.


नोएडा में DPS, इंद्रप्रस्थ, ज्ञान भारती समेत 4 स्कूल बंद होने की सूचना मिली है. हालांकि प्रशासन ने स्कूल बंद करने का कोई आदेश जारी नहीं किया है. मेरठ, फिरोजाबाद, मुजफ्फरनगर में भी स्कूल, कॉलेज बंद रहेंगे. मुरादाबाद, संभल में भी 12वीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं. हाथरस, आगरा में 8वीं तक के स्कूल बंद रहेंगे. उत्तराखंड के देहरादून और हरिद्वार में 12वीं तक के स्कूल बंद रहेंगे.


तूफान क्यों आया?
तूफान के पूछे सबसे बड़ा कारण पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस बताया जा रहा है. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भूमध्यसागर से उठी तूफानी हवाओं को कहा जाता है, इसके असर वाले इलाकों में तेज आंधी और तूफान आता है. तेज हवाओं के चलने से गरज के साथ बरसात होती है. मौसम विभाग के मुताबिक एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस जम्मू-कश्मीर के ऊपर बना हुआ था और दिल्ली में कम दवाब का क्षेत्र था. बंगाल की खाड़ी से आ रही हवाओं और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के बीच टकराव हुआ, जिसने तूफान का रूप धारण कर लिया.


तूफान के मुख्य कारण ज्यादा गर्मी, नमी की मौजूदगी, वातावरण में अस्थिरता और तूफानी सक्रियता रहे. जम्मू कश्मीर और हिमाचल के ऊपर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और उत्तरी राजस्थान में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने के कारण आंधी तूफान के हालात बने. मौसम विज्ञान के अनुसार दक्षिण भारत में तेलंगाना से लेकर चेन्नई तक कम दबाव की रेखा बनने के कारण पंजाब और हरियाणा तथा दिल्ली के मौसम में बदलाव देखा जा रहा है. इसके कारण पहाड़ी क्षेत्र से लेकर मध्य प्रदेश तक बारिश की आशंका है.


आंधी तूफान से कैसे बचें?
आंधी तूफान के अलर्ट के बीच कई जगहों पर लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. मौसम से जुड़ी ताजा जानकारी और चेतावनियों के लिए रेडियो सुनें, टीवी देखें और अखबार पढ़ें. घर के अंदर रहने की कोशिश करें, खुले में जानें से बचें.


बिजली के सभी सामानों के प्लग हटा दें. पेड़ों के नीचे या आसपास न जाएं, अगर गाड़ी, बस या अन्य ढकी हुई गाड़ी के अंदर हैं तो उसी में रहें. साइकिल और मोटरसाइकल पर चलने से बचें. पूल, तालाब, छोटी नाव में हैं तो तुरंत बाहर आएं और सुरक्षित जगह जाएं.