नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी आज अपना 93वां जन्मदिन मना रहे हैं। अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन को नरेंद्र मोदी सरकार सुशासन दिवस के रूप में मनाती है. आज 93 साल पूरे करने वाले अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को ग्वालियर, मध्य प्रदेश के निम्न मध्यर्गीय परिवार में हुआ. जिसके बाद उन्होंने राजनीति विज्ञान में पोस्टग्रेजुएशन पूरा करने के बाद पत्रकारिया से अपने करियर की शुरूआत की.

अटल जी ने आरएसएस के मुखपत्र पांचजन्य और वीर अर्जुन का भी संपादन किया. जिसके बाद उन्होंने राजनीति के क्षेत्र में जाने का फैसला किया और 1951 में भारतीय जन संघ के संस्थापक सदस्य रहते हुए उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन को आगे बड़ाया. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी ने साल 1957 में बलरामपुर (गोण्डा, उत्तर प्रदेश) से चुनाव जीत कर पहली बार संसद पहुंचे. जिसके बाद वो मोरारजी देसाई सरकार में 1977-1979 तक भारत विदेशमंत्री भी रहे.

मोरारजी देसाई सरकार में विदेशमंत्री रहते हुए संयुक्त राष्ट्र में हिंदी दिए उनके भाषण को खूब सराहना भी मिली.

अपने राजीनित जीवन को आगे बढ़ाते हुए अटल बिहारी वाजपेयी साल 1980 में बनी भारतीय जनता पार्टी के पहले अध्यक्ष भी रहे. अटल बिहारी वाजपेयी अपने कार्यकाल में नौ बार लोकसभा के लिए, दो बार राज्यसभा के लिये भी निर्वाचित हुए. अटल बिहारी वाजपेयी साल 1996 में पहली बार 13 दिनों के लिए भारत के प्रधानमंत्री बने. इसके बाद 1998 में अटल बिहारी को एक बार फिर पीएम बनने को मौका मिला लेकिन इस बार उनकी सरकार 13 महीने ही चल पाई. लेकिन इसके बाद साल 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने अपना 5 सालों का पूरा कार्यकाल किया.

उनके राजनीतिक करियर में परमाणु टेस्ट (ऑपरेशन शक्ति), लाहौर शिखर सम्मेलन और 1999 में हुआ कारगिल युद्ध जैसी घटनाएं अहम रही. अटल जी को 1992 में पद्म विभूषण सम्मान से भी सम्मानित किया गया जबकि 2015 में नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें भारत रत्न से नवाज़ा.