लखनऊ: एक समय मतदान के लिए लोगों को जागरुक करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने खुद लगभग 17 सालों से अपने क्षेत्र में वोट नहीं दिया है. लखनऊ की वोटर लिस्ट से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम काट दिया गया है.
दरअसल अटल बिहारी वाजपेयी पिछले कई वर्षों से अपने लखनऊ के पते पर नहीं रहे हैं. चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक कोई व्यक्ति अपने पते पर छह महीने से ज्यादा नहीं रहता है तो उसका नाम वोटर लिस्ट से काट दिया जाता है.
आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी ने आखिरी बार नगर निगम के चुनाव में वर्ष 2000 में वोट डाला था. इसके बाद लंबे समय से उन्होंने इस क्षेत्र में वोट नहीं दिया. न्यूज़ एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लखनऊ नगर निगम की मतदाता सूची से हटा दिया गया है.
जोनल अफसर का कहना है , "वह यहाँ 2004 के बाद से नहीं रह रहे हैं. नियम के अनुसार अगर कोई व्यक्ति 6 माह से अधिक समय तक स्थानीय पते पर नहीं रहता है, तो नाम हटा दिया जाएगा. "
वोटर लिस्ट में अटल का मकान नंबर 92/98-1 था. उनका वोटर क्रमांक 1054 था. करीब एक दशक से भी ज्यादा समय से यहां न रहने के कारण मतदाता पुनरीक्षण में उनका नाम लिस्ट से हटा दिया गया है.
बता दें कि इस साल मार्च में हुई उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी वाजपेयी ने अपना मत नहीं दिया. 92 साल के अटल जी ने पांच बार लोकसभा में लखनऊ को रिप्रजेंट किया, वाजपेयी जी ने 2004 के बाद से किसी भी चुनाव में मतदान नहीं किया. वर्तमान में इस क्षेत्र से केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह सांसद हैं.