कोच्चि: देश के कई हिस्सों में इस वक्त भारी बारिश और बाढ़ ने तबाही मचाई हुई है. केरल में भी कई इलाके ऐसे हैं जहां पर भारी बारिश और बाढ़ की वजह से हालात काफी खराब हो रहे हैं. लेकिन इस सबके बीच चलिए आपको दिखाते हैं भारी बारिश के बाद प्रकृति किस तरह खुशगवार भी हो जाती है और यह दिखाने के लिए हम आप को लेकर चलते हैं केरल में. केरल जहां पर देश के कुछ बेहतरीन वाटरफॉल यानी कि झरने मौजूद है और फिलहाल बारिश के इस मौसम में झरने पूरे उफान पर है और उनसे जो पानी गिर रहा है मानो दूध बह रहा हो.


यह है केरल का अथिरापल्ली वॉटरफॉल. अथिरापल्ली वॉटरफॉल कोच्चि से करीबन 70 किलोमीटर की दूरी पर है. इस वाटरफॉल के चारों तरफ हरियाली है और बादलों से ढके ऊंचे ऊंचे पहाड़ इसकी रौनक को और बढ़ा रहे हैं. बारिश का मौसम है इस वजह से इस वाटरफॉल में साल के बाकी महीनों की तुलना में इस वक्त काफी ज्यादा पानी है.


दूर से देखने पर ऐसा लगता है जैसे झरने से पानी नहीं बल्कि दूध बह रहा है. यह वाटरफॉल कई और मायनों में खास भी है अगर आपको वाटरफॉल की तस्वीरें देखकर कुछ याद नहीं आया तो इसके चलिए आपको बताते हैं कि आखिर यह वाटरफॉल आपने इससे पहले कहां देखा है.


आपको फिल्म बाहुबली याद है ना बाहुबली में जो कुछ शुरुआती शार्ट से वह एक झरने के नीचे थे थे वही सीन जहां पर बाहुबली अपने कंधे पर शिवलिंग को रखकर ले जाता है और झरने के नीचे स्थापित करता है. जिस झरने पर फिल्म के यह सीन शूट किए गए थे अथिरापल्ली वॉटरफॉल वही झरना है. इसी वजह से आप बहुत सारे लोग इसको बाहुबली झरने के नाम से भी जानने लगे हैं और फिल्म के आने के बाद से इस जाने पर आने वाले सैलानियों की संख्या और ज्यादा बढ़ गई है. अथिरापल्ली वॉटरफॉल केरल का सबसे बड़े वाटरफॉल है.


हालांकि अथिरापल्ली वॉटरफॉल इस वक्त दूध के झरने जैसा दिख रहा है. लेकिन बारिश के मौसम के चलते हैं और देश में कोरोना के माहौल की वजह से फिलहाल सैलानियों को यहां आने की इजाजत नहीं है. इसी वजह से यहां रास्तों पर सन्नाटा पसरा हुआ है और जिन दुकानों और होटल्स में लोगों की भीड़ होती थी फिलहाल वो खाली हैं.


वैसे दूध का झरना सिर्फ अथिरापल्ली वॉटरफॉल ही नहीं बल्कि उसे कुछ ही दूरी पर गिरने वाला चरपा वाटरफॉल भी नजर आ रहा है. फर्क इतना है कि अथिरापल्ली वॉटरफॉल के पास पहुंचने की इजाजत नहीं थी लेकिन चरपा वाटरफॉल के काफी नसीब नजदीक पहुंच कर बारिश के इस मौसम में कुदरत के इस नज़ारे को एबीपी न्यूज़ की टीम ने अपने कैमरे में कैद किया.



हालांकि यह वाटरफॉल फिलहाल बारिश के मौसम में जितने खूबसूरत नजर आ रहे हैं कई बार इनका यह उफान निचले इलाकों के लिए मुसीबत भी बन जाता है. क्योंकि इन झरनों का पानी जब निचले इलाकों में पहुंचता है तो वहां पर बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं. 2018 में भी इसी तरीके के हालात बने थे और इस बार भी केरल के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हैं हालांकि फिलहाल हालात 2018 के तहत खराब भी नहीं हुए हैं.