Sanjay Singh On Sakshi Malik: भारतीय कुश्ती महासंघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष संजय सिंह ने शनिवार (23 दिसंबर) को साक्षी मलिक के कुश्ती छोड़ने की घोषणा और बजरंग पुनिया के पद्मश्री लौटाने के फैसले पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि जो लोग राजनीति करना चाहते हैं, वे यह सब करने लिए स्वतंत्र हैं. सिंह ने कहा कि जो एथलीट हैं, उन्होंने अभी से तैयारी शुरू कर दी है.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कुश्ती महासंघ पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह से अपनी नजदीकियों पर संजय सिंह ने कहा, ''सांसद से नजदीकी रखना क्या गुनाह है? मैं हमेशा पदों पर रहा हूं और इसका सांसद से कोई लेना-देना नहीं है.''
साक्षी मलिक के कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया
बृजभूषण के करीबी सहयोगी संजय सिंह के कुश्ती महासंघ का प्रमुख चुनने के बाद पहलवान साक्षी मलिक के कुश्ती छोड़ने की घोषणा कर दी, जिसके बाद एक बड़ा राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है. बता दें कि देश की टॉप पहलवानों ने बृज भूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और पहलवानों के विरोध के बाद बीजेपी नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी.
बजरंग पूनिया और गूंगा पहलवान ने पद्म श्री लौटाने का ऐलान किया
दूसरी तरफ बजरंग पूनिया ने शुक्रवार (22 दिसंबर) को घोषणा की कि वह संजय सिंह के चुनाव के विरोध में पद्मश्री में वापसी करेंगे, जबकि शनिवार को डेफलिंपिक के स्वर्ण पदक विजेता वीरेंद्र सिंह यादव उर्फ गूंगा पहलवान ने भी ऐलान किया की कि वह भी अपना पद्म श्री सरकार को लौटा देंगे.
वीरेंद्र ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मैं भी अपनी बहन और देश की बेटी के लिए पद्मश्री लौटा दूंगा. माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुझे आपकी बेटी और मेरी बहन साक्षी मलिक पर गर्व है." इस बीच कांग्रेस एक बार फिर प्रदर्शनकारी पहलवानों का समर्थन मे आ गई है और इस मुद्दे पर सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाया.