Atiq Ahmed Ashraf Ahmed Shot Dead: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार (15 अप्रैल) रात हुई हत्या के बाद से राजनीतिक जगत से लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. पक्ष-विपक्ष के कई नेताओं ने टिप्पणियां की हैं. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी हाईकमान अपनी पार्टी के नेताओं की बयानबाजी से नाखुश है. बीजेपी आलाकमान ने कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के ट्वीट और सुरेश खन्ना की बाइट को लेकर भी नाराजगी जताई है. सभी नेताओं को मीडिया से दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, बीजेपी हाईकमान अतीक हत्याकांड पर पल-पल की जानकारी ले रहा है.
अतीक और असद को लेकर क्या था स्वतंत्र देव सिंह ने?
बता दें कि शनिवार रात जब अतीक और उसके भाई की हत्या हुई, उसके बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया में उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बगैर किसी का नाम लिए कहा था, ''पाप-पुण्य का हिसाब इसी जन्म में होता है.'' इससे पहले गुरुवार (13 अप्रैल) को अतीक के बेटे और उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी असद अहमद और शूटर गुलाम के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के बाद स्वतंत्र देव सिंह ने ट्वीट किया था, ''मिट्टी में मिला दिया… STF टीम को बधाई!''
वहीं, असद और गुलाम के एनकाउंटर के बाद समाजवादी पार्टी नेता अखिलेश यादव के सरकार को घेरने वाले ट्वीट को शेयर करते हुए स्वतंत्रदेव सिंह ने पलटवार किया था. उन्होंने लिखा था, ''जब-जब किसी अपराधी, आतंकी, माफिया पर प्रहार होता है तब-तब एक व्यक्ति उनके समर्थन में जरूर खड़ा हो जाता है.''
क्या कहा था सुरेश खन्ना ने?
उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त और संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने अतीक हत्याकांड को लेकर अपनी प्रतिक्रिया में कहा था, ''जब जुल्म की पराकाष्ठा होती है तो ऐसा होता है. लगातार जुल्म बढ़ता है तो कुदरत भी सक्रिय हो जाती है. सरकार का फर्ज बनता है कि कानून व्यवस्था को सही रखना चाहिए.''
हत्याकांड के बाद से शासन-प्रशासन सख्त
मामले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर उच्च स्तरीय जांच कराई जा रही है. कानून-व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासन चुस्त है. राज्यभर के सभी जिलों की पुलिस को अलर्ट किया गया है. पुलिस मामले की गहनता से छानबीन कर रही है. साथ किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिसबल को तैयार रखा गया है.
कब और कैस हुई हत्या?
शनिवार रात करीब साढ़े दस बजे अतीक और उसके भाई पर तब हमला किया गया जब उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए ले जाया जा रहा था. प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के पासे मीडिया से बात करने के लिए रुके हुए थे. तभी बाइक सवार तीन बदमाशों ने गोलीबारी कर दी. आरोपी मीडियाकर्मी के वेश में आए थे. बांदा के लवलेश तिवारी, हमीरपुर के मोहित उर्फ सनी और कासगंज के अरुण मौर्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. प्रयागराज के धूमनगंज थाना प्रभारी निरीक्षक (SHO) राजेश कुमार मौर्य ने शाहगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. तीनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 302 (हत्या) और 307 (हत्या के प्रयास) के अलावा आयुध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. तीनों आरोपियों को मौके से ही धर-दबोचा गया था. पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल किए गए हथियारों को भी बरामद कर लिा था.
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