Atiq Ahmad Son Encounter: उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी रहे माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को यूपी एसटीएफ ने गुरुवार (13 अप्रैल) को झांसी में एक मुठभेड़ में मार गिराया. असद के साथ ही इस हत्याकांड के एक और आरोपी गुलाम मोहम्मद का भी एसटीएफ ने एनकाउंटर किया. इस चर्चित एनकाउंटर पर राज्यसभा सांसद संजय राउत का बयान आया है. 


राज्यसभा सांसद संजय राउत ने मुंबई में एक प्रेस वार्ता में असद अहमद के एनकाउंटर पर कहा, "सबसे ज्यादा एनकाउंटर मुंबई में हुए हैं. उस समय हमारे यहां उन्हें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की उपाधि दी गई, लेकिन लगभग सभी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट जेल गए... मुंबई में कुछ लोग ऐसे एनकाउंटर के खिलाफ सबूत लेकर कोर्ट गए और फिर जांच के बाद बहुत से एनकाउंटर स्पेशलिस्ट को जेल हुई." 






एनकाउंटर पर राजनीतिक बयानबाजी


असद एनकाउंटर पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है. योगी सरकार और बीजेपी जहां इसे उपलब्धि के तौर पर बता रही है, वहीं विपक्ष ने मुठभेड़ पर सवाल उठाए हैं. 5 लाख के इनामी आरोपी असद हाल ही में प्रयागराज में बीजेपी नेता उमेश पाल की हत्या के बाद सुर्खियों में आया था. उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक अहमद ने असद को शेर बताया था. 


असद ने अतीक का कारोबार संभाला था


12वीं पास करने के बाद असद ने अतीक का कारोबार संभाल लिया था. उमेश पाल की हत्या के बाद से ही असद पुलिस के रडार पर था. झांसी भागने के बाद असद को जब एसटीएफ के पीछे होने की भनक लगी तो एक बांध के पीछे छुप गया. पीछे लगी पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर उसे सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने गोली चला दी. जवाबी कार्रवाई में वह गुलाम के साथ मारा गया.


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