Ashraf Ahmed Got Dead: गैंगस्टर से माफिया बने अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की शनिवार (15 अप्रैल) की सरेआम हत्या कर दी गई. पुलिस कस्टडी में उस समय गोलियों से भून दिया गया जब दोनों कॉल्विन अस्पताल के बाहर पत्रकारों से बात कर रहे थे. इस घटना ने अशरफ की वो भविष्यवाणी सच कर दी जो उसने दो सप्ताह पहले अपनी मौत को लेकर की थी. अशरफ ने दो सप्ताह में अपनी हत्या किए जाने की बात कही थी. उसने दावा किया था कि एक बड़े पुलिस अधिकारी ने इस बारे में उसे धमकी दी है.
28 मार्च 2023 की रात अशरफ ने कहा था, दो सप्ताह बाद मुझे मार दिया जाएगा. अशरफ ने ये भी दावा किया कि एक बड़े पुलिस अधिकारी ने उसे धमकी दी है कि किसी बहाने से तुम्हें बाहर निकालेंगे और निपटा देंगे. इसके लगभग दो सप्ताह बाद 15 अप्रैल की शाम को जब अतीक-अशरफ को मेडिकल टेस्ट के लिए बाहर लाया गया तो पत्रकारों के भेष में पहुंचे तीन हमलावरों ने पुलिस की सुरक्षा में घुसकर दोनों को गोलियों से भून दिया.
अशरफ ने क्या कहा था?
28 मार्च को जब अशरफ को जेल से बाहर लाया गया था तो उसने मीडिया से एक बड़े अधिकारी के हवाले से कहा था कि किसी बहाने से दो हफ्ते बाद तुम्हें बाहर निकालेंगे और निपटा देंगे. उसने आगे कहा कि जिस पुलिस अधिकारी ने मुझे धमकी दी है, मैं उसका नाम नहीं बता सकता. मेरे परिवार के खिलाफ साजिश रची जा रही है. ये उत्तर प्रदेश सरकार को भी बदमान करने की साजिश है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फर्जी मामलों में आरोपी रहे हैं, इसलिए वह मेरा दर्द अच्छे से समझते हैं.
'मेरी हत्या के बाद एक सीलबंद लिफाफा...'
अशरफ ने कहा था- मेरी हत्या के बाद एक सीलबंद लिफाफा इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और सीएम योगी आदित्यनाथ के पास पहुंच जाएगा. उसने सवाल किया था- क्या मैं माफिया दिखता हूं? मैं पिछले तीन साल से जेल में हूं. एक बार विधायक रहा हूं. मैं जेल से कैसे साजिश रच सकता हूं. एलआईयू की निगरानी में मुझसे जेल में मुलाकात होती है.
शाइस्ता परवीन के बारे में क्या कहा ?
अशरफ ने अपने भाई अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के बारे में कहा था कि वह मेयर चुनाव लड़ने वाली थी और वह चुनाव प्रचार कर रही थीं. इसलिए उनके खिलाफ आरोप लगाए गए हैं.
बता दें, शाइस्ता परवीन को उमेश पाल की हत्या के मामले में आरोपी बनाया गया है. उमेश पाल की हत्या के बाद से शाइस्ता फरार है. पुलिस ने शाइस्ता पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा है. उमेश पाल की बीती 24 फरवरी को गोली और बम से हमलाकर हत्या कर दी गई थी.
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