Atiq Ahmed Shot with Zigana Pistol: गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ही पुलिस कस्टडी में कैमरे के सामने हत्या ने सभी को चौंका दिया है. कैमरे में कैद वारदात में साफ दिख रहा है कि बदमाश बिना रुके लगातार फायर करते जा रहे हैं. दरअसल, अतीक की हत्या में जिस जिगाना पिस्टल का इस्तेमाल किया गया, उसकी खासियत ही यही है. दावा है कि यह वही पिस्टल है, जिससे बीते साल पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की गई थी.


तुर्की में बनी जिगाना ऑटोमेटिक पिस्टल है. यह जल्दी गर्म नहीं होती, जिससे हाथ नहीं जलता और चलाने वाले के लिए सुरक्षित होती है. इस पिस्टल पर एडजस्टेबल साइट लगा सकते हैं. यह एक बार में बिना रुके 15-17 राउंड फायर कर सकती है.


2001 में पहली बार बनी


इस पिस्टल का निर्माण पहली बार 2001 में तुर्की की एक कंपनी टीआईएसएएस ने किया था. तब से इस पिस्टल के 16 अपडेटेड मॉडल आ चुके हैं. भारत में इसका 9 एमएम मॉडल सबसे ज्यादा मौजूद है. हालांकि, यह भारत में प्रतिबंधित है लेकिन पाकिस्तान के रास्ते इसकी अवैध सप्लाई की जाती है.


तुर्की में इस पिस्टल का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है, इसके साथ ही अजरबैजान और मलेशिया की सेना, फिलीपींस पुलिस और अमेरिकी कोस्टगार्ड भी इसका प्रयोग करते हैं.


पाकिस्तान से भारत में सप्लाई


इस पिस्टल को पाकिस्तान के रास्ते भारत में भेजा जाता है. पंजाब में कई गैंग एक्टिव हैं जो पाकिस्तान के रास्ते भारत में हथियार मंगाते हैं. आजकल हथियारों को भेजने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल भी होने लगा है.


रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में यह पिस्टल अवैध रूप से बनाई जाती है. इसके लिए लोकल लेवल पर वर्कशॉप तैयार की गई हैं, जहां पर इस पिस्टल को तैयार किया जाता है. हूबहू जिगाना के मॉडल पर ही इसका निर्माण होता है. इसके बाद इसकी भारत में तस्करी की जाती है. भारत में यह 6 से 7 लाख रुपये में बेची जाती है. अगर अतीक के हमलावरों ने तीन पिस्टल का इस्तेमाल किया है तो इसके लिए उन्हें करीब 20 लाख रुपये खर्च करने पड़े हैं. जाहिर है, ये पिस्टल हमलावरों के पास कहां से आई. जांच में यह भी अहम बिंदु होगा.


ऐसे हुई अतीक-अशरफ की हत्या


प्रयागराज में शनिवार (15 अप्रैल) को कॉल्विन अस्पताल के बाहर माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या कर दी गई. दोनों को पुलिस सुरक्षा में मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लाया गया था. अस्पताल के गेट के बाहर पर दोनों मीडिया से बात कर रहे थे, उसी समय पत्रकारों के भेष में आए तीन हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी थी. अतीक और अशरफ बीती फरवरी में प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी थे.


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