Ashraf Ahmed Shot Dead: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार की रात 10 बजे पुलिस सुरक्षा में हत्या कर दी गई. इस दौरान भारी संख्या में मीडियाकर्मी मौजूद थे. अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज के अस्पताल में मेडिकल के लिए लाया गया था. मीडियाकर्मी दोनों से सवाल-जवाब कर रहे थे तभी हमलावरों ने गोलियां चला दी. हमलावरों ने अतीक अहमद के सर में गोली मारी. पुलिस के मुताबिक, हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे.
अतीक अहमद से सवाल किया गया कि आप अपने बेटे असद के अंतिम संस्कार में नहीं जा पाए, तो उन्होंने कहा, ''नहीं ले गए तो नहीं गए.'' तभी उन्हें हमलावरों ने गोली मार दी और मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
बेटे का अंतिम संस्कार
दरअसल, अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और उसके दोस्त गुलाम को यूपी एसटीएफ ने गुरुवार (13 अप्रैल) को एनकाउंटर में मार गिराया था. इसके बाद दोनों को प्रयागराज में कसारी मसारी कब्रिस्तान में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दफनाया गया. बेटे के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अतीक अहमद ने अर्जी लगाई थी लेकिन उसपर सुनवाई नहीं हो सकी.
कसारी मसारी कब्रिस्तान में शव को दफनाने की प्रक्रिया करीब एक घंटे चली. इस दौरान अतीक अहमद और उसके परिवार का कोई करीबी सदस्य नजर नहीं आया.
यूपी में धारा 144 लागू
अतीक अहमद की हत्या के बाद तनाव की स्थिति है. इसी के मद्देनजर पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लगा दी गई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में बैठक की. यह हाई लेवल बैठक करीब तीन घंटे चली. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि शांति बनाए रखें और अफवाहों पर ध्यान नहीं दें. उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.