Atiq Ahmed Killed Reaction: 'एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के जिम्मेदार', बोले असदुद्दीन ओवैसी
Reaction On Atiq Ahmed Murder: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास हत्या कर दी गई. इस घटना पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं.
बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है, जब राक्षसों का संहार होता है तब पृथ्वी का भार कम होता है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी शीश पॉल वैद ने कहा कि माफिया डॉन और गैंगस्टर अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ प्रयागराज में एक हमले में मारे गए. उनकी आपराधिक गतिविधियों की जड़ें कितनी गहरी हैं कि उन्हें पुलिस हिरासत में और मीडिया के कैमरों के सामने बेरहमी से मार गिराया गया? ये हमलावर किसके आपराधिक राज की रक्षा कर रहे थे? यूपी पुलिस की ओर से गंभीर जांच की आवश्यकता है.
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि लोग नारे लगाते हैं 'गोली मारो सालों को' यह उसी का उदाहरण है. यह पुलिस की कार्यशैली पर सवाल पर नहीं बल्कि यह पुलिस को निर्देश हैं उसकी वजह से हुआ है. चुनावी फायदा उठाने के लिए हमेशा से मुख्यमंत्री का व्यवहार रहा है. शहीदों ने इस दिन के लिए देश आजाद नहीं करवाया था कि सरकारें गोली से फैसला करें.
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि इससे पता चलता है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था कैसी है. मुख्यमंत्री बार-बार कहते हैं कि उप्र में कानून व्यवस्था उत्तम है. ये एक बड़ी साजिश है, जांच होनी चाहिए. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए.
यूपी के राज्य मंत्री और बीजेपी नेता सुरेश कुमार खन्ना ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या पर कहा कि जब जुल्म की इंतहा होती है तो कुछ फैसले आसमान से होते हैं. सरकार ने इस बात की हर तरह से कोशिश की कि कानून व्यवस्था को बनाए रखे. योगी सरकार ने अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का नारा दिया था, सरकार उसपर कायम हैं.
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने इस घटना का संज्ञान लिया है. सीएम योगी ने तुरंत उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए. मुख्यमंत्री ने मामले में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग (न्यायिक जांच आयोग) के गठन के भी निर्देश दिए.
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि यूपी में दो हत्याएं, पहली अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की, दूसरी कानून के शासन की.
राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि किसी की सहानुभूति अतीक के साथ नहीं है, लेकिन मानवीय तौर पर देखा जाए तो किसी भी इस तरह हत्या होना ठीक नहीं है. मुख्यमंत्री जी को जवाब देना चाहिए कि जब एनकाउंटर होता है तो पुलिस कर्मियों की पीठ थपथपाते हैं. क्योंकि पुलिस वालों की जिम्मेदारी बनती है कि वो अपराधी को सजा दिलवाएं. ग्राउंड पर कानून का कोई राज नहीं है. मुख्यमंत्री खुद इस तंत्र में शामिल हैं, आज उनकी खुद की जवाबदेही बनती है.
बीजेपी नेता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि प्रशासन पर सवाल उठाने की जरूरत नहीं है. हम इस घटना की तह तक जाएंगे. हमने इस घटना को गंभीरता से लिया है. मुझे नहीं लगता पुलिस से कोई चूक हुई है. घटना कैमरे के सामने हुई, इसमें कुछ छिपाने की जरूरत नहीं है. उसने हत्या की आशंका इसलिए जताई थी क्योंकि वो कुख्यात अपराधी था.
कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि मैं देख रहा हूं कि अशरफ और अतीक को गोली मार दी गई, पुलिस की मौजूदगी में. यह सब कुछ समझ आ रहा है. मैं मांग कर रहा हूं कि निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. यह सभी लोग समझ रहे हैं कि क्या हुआ है.
यूपी सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि पाप-पुण्य का हिसाब इसी जन्म में होता है.
बीएसपी सांसद दानिश अली ने कहा कि सब को मिट्टी में मिला दो. अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की नृशंस हत्या यूपी में अराजकता की पराकाष्ठा है. ये ऊपर से आदेश के बिना नहीं हो सकता. किसी भी अन्य लोकतंत्र में कानून के शासन के खिलाफ इस तरह के जघन्य अपराध के लिए राज्य सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए.
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जिस समाज में हत्यारे हीरो होते हैं, उस समाज में कोर्ट और इंसाफ़ के सिस्टम का क्या काम? अतीक़ और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे. उन पर हथकड़ियां लगी हुई थीं. JSR के नारे भी लगाये गये. दोनों की हत्या योगी के क़ानून व्यवस्था की नाकामी है.. एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के ज़िम्मेदार हैं.
एआईएमआईएम प्रवक्ता वारिस पठान ने कहा कि अदालत, क़ानून, संविधान की हत्या, उत्तर प्रदेश में कोर्ट कचहरी सब बंद कर देना चाहिए.
यूपी के पूर्व सीएम और सपा चीफ अखिलेश यादव ने कहा कि उप्र में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या. इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं.
बैकग्राउंड
Atiq Ahmed Killed Live Updates: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर शनिवार (15 अप्रैल) रात को प्रयागराज में मेडिकल कॉलेज के पास अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी की, जिसमें दोनों की मौत हो गई. पुलिस को गोलियों से छलनी अहमद और अशरफ को घटनास्थल से ले जाते हुए देखा गया.
दोनों को वर्ष 2005 के उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में अदालत में सुनवाई के लिए यहां लाया गया था. गत 13 अप्रैल को झांसी में पुलिस मुठभेड़ में अहमद का बेटा और उसका एक साथी मारा गया था. इससे पहले शनिवार को अतीक अहमद के बेटे असद अहमद का शव प्रयागराज में कब्रिस्तान में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दफनाया गया.
गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल के हत्याकांड मामले के प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सुरक्षाकर्मियों की इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज में एक ताबड़तोड़ गोलियां चला कर हत्या कर दी गई थी.
इस मामले में वांछित अभियुक्त असद अहमद और गुलाम गुरुवार को झांसी में विशेष कार्य बल के साथ हुई मुठभेड़ में मारे गए थे. यह घटना उस समय हुई थी, जब अतीक और उसके भाई अशरफ अहमद की प्रयागराज की एक अदालत में पेशी हो रही थी.
असद का शव लेकर एंबुलेंस भारी सुरक्षा के बीच सुबह करीब नौ बजे कब्रिस्तान पहुंची. एंबुलेंस में शव के साथ असद का फूफा उस्मान था. कसारी मसारी कब्रिस्तान में शव को दफनाने की प्रक्रिया करीब एक घंटे चली. इस दौरान अतीक अहमद और उसके परिवार का कोई करीबी सदस्य नजर नहीं आया. कब्रिस्तान के चारों तरफ भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई थी.
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