Haryana Police On Atiq Ahmed Murder Case Accused: गैंगस्टर और नेता रहे अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या के बाद आरोपियों की क्राइम कुंडली सामने आ रही है. तीन आरोपियों में से एक अरुण मौर्या को लेकर हरियाणा पुलिस ने बेहद अहम जानकारी दी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अरुण मौर्या के खिलाफ हरियाणा के पानीपत में पिछले साल दो मामले दर्ज किए गए थे.
पानीपत के एसपी ने फोन पर दी ये जानकारी
पानीपत के पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने पीटीआई को फोन पर बताया, ''अरुण मौर्य पर 2022 में दो मुकदमे दर्ज हुए थे.'' उन्होंने कहा कि एक मामला शस्त्र अधिनियम के प्रावधानों के तहत फरवरी 2022 में अवैध हथियार रखने पर दर्ज किया गया था, जबकि दूसरा मामला मई में मारपीट को लेकर दर्ज किया गया था. अरुण को जेल भी हुई थी. अधिकारी ने कहा कि पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज होने समय अरुण की उम्र लगभग 18 साल थी. उन्होंने कहा कि अरुण दोनों मामलों में जमानत पर था.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी हरियाणा के पानीपत और उत्तर प्रदेश के कासगंज में अपने पैतृक गांव कादरवाड़ी में रह रहा था. मौर्या का परिवार कासगंज से है लेकिन उसके दादा पानीपत में काम करते थे. अरुण के चाचा सुनील के मुताबिक आरोपी ने मैट्रिक की पढ़ाई की है.
आरोपी अरुण के चाचा ने ये कहा
आरोपी के चाचा सुनील पानीपत में ही रहते हैं. उन्होंने मीडिया को बताया था कि अरुण का एक 12 साल भाई भी है जो पढ़ता है. सुनील ने बताया कि वह हाल में अपने पैतृक गांव गए थे लेकिन वहां पता चला के अरुण ने अपने परिवार को बताया है कि दोस्त की शादी में शामिल होने के लिए वह दिल्ली जा रहा है. सुनील ने कहा कि अतीक और अशरफ की हत्या के बारे में जानकारी तब हुई जब पुलिस अरुण के बारे में पूछताछ करने के लिए पानीपत में उसके घर पहुंची.
हमलावरों ने पुलिस को क्या बताया?
गौरतलब है कि शनिवार (15 अप्रैल) को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक और उसके भाई अशरफ की तीन हमलावरों ने मीडियाकर्मी के वेश में आकर हत्या कर दी थी. आरोपियों में अरुण के अलावा, यूपी के बांदा का लवलेश तिवारी और हमीरपुर का मोहित उर्फ सन्नी शामिल है. तीनों को तुरंत धर-दबोचा गया था. पुलिस में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, हमलावरों ने पुलिस को बताया कि क्राइम की दुनिया में कुख्यात होने के लिए उन्होंने अतीक और अशरफ की हत्या की.