Atiq Ahmed Murder Case: अतीक अहमद के राइट हैंड गुड्डू मुस्लिम (Guddu Muslim) को लेकर मंगलवार (18 अप्रैल) को यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कई खुलासे किए. यूपी एसटीएफ (UP STF) के एडीजी ने कहा कि कई तरह की अफवाहें फैलाईं जा रही हैं जो गलत हैं. ये बात सही है कि एसटीएफ गुड्डू मुस्लिम को पकड़ने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि जल्द ही पुलिस गुड्डू मुस्लिम और शाइस्ता परवीन के पास पहुंच जाएगी.


उन्होंने कहा कि गुड्डू मुस्लिम एक कॉन्ट्रैक्ट किलर है. इसे पहली बार 1999 में नारकोटिक्स ने पकड़ा था. तब इसे 10 साल की सजा हुई थी. फिर अतीक अहमद ने हाई कोर्ट से इसकी जमानत करवाई थी और तभी से अतीक के साथ काम कर रहा है. ये मेरठ में एसटीएफ से मिस हो गया था. तब इसने अतीक के रिश्तेदार के घर में पनाह ली थी. मेरठ के बाद भी एसटीएफ ने इसको कई जगह ट्रैक किया, लेकिन पकड़ में आने से पहले ही ये अपना स्थान बदल देता था. ये काफी शातिर व्यक्ति है. 


गुड्डू मुस्लिम ने दी थी असद के बारे में जानकारी?


ऐसी चर्चा है कि गुड्डू मुस्लिम अतीक अहमद के साम्राज्य को हथियाना चाहता था और पुलिस को अतीक के बेटे असद के बारे में जानकारी दे रहा था, इसपर अमिताभ यश ने कहा कि हमारे पास ऐसी कोई सूचना नहीं है. उसके खिलाफ हमारे पास कई सबूत हैं इसलिए वो पुलिस से बात करने की कोशिश तो नहीं करेगा. वो लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा है. 


हत्या से पहले अतीक और अशरफ ने गुड्डू मुस्लिम के बारे में कुछ बोलना शुरू किया था, इसपर एडीजी ने कहा कि अगर अतीक अहमद और उसके भाई को पुलिस को इसके बारे में जानकारी देनी होती तो वो पुलिस कस्टडी में दे देते. 


कैमरे के सामने हुई थी हत्या


गौरतलब है कि 15 अप्रैल की रात अतीक और अशरफ की उस वक्त हत्या कर दी गई थी जब उन्हें चिकित्सकीय जांच के बाद अस्पताल से वापस लाया जा रहा था. इस मामले में पुलिस ने हमीरपुर के सनी (23), बांदा के लवलेश तिवारी (22) और कासगंज के अरुण कुमार मौर्य (18) को गिरफ्तार किया था. जब अतीक और अशरफ पर फायरिंग की गई तब वो मीडिया से बात करे रहे थे. अशरफ ने कैमरे पर गुड्डू मुस्लिम का नाम लेते हुए उसके बारे में कुछ कहना शुरू ही किया था कि दोनों की हत्या कर दी गई.