Asad Ahmed Encounter: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने गुरुवार (13 अप्रैल) को उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी और माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया. इस दौरान उसका साथी गुलाम भी मारा गया. गुरुवार को ही अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया. जानिए इस घटनाक्रम से जुड़ी बड़ी बातें. 


1. गुरुवार को एक तरफ अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज में कोर्ट में पेश किया जा रहा था और दूसरी ओर उसके बेटे असद की एनकाउंटर में मौत हो गई. सुनवाई के दौरान कोर्ट में ही अतीक अहमद को उसके बेटे के एनकाउंटर की खबर मिली. अदालत कक्ष में मौजूद एक अधिवक्ता ने बताया कि झांसी में अतीक के बेटे असद की पुलिस मुठभेड़ में मौत की खबर फैलते ही अतीक और अशरफ गमगीन नजर आए. 


2. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की पांच दिन की पुलिस रिमांड मंजूर की है. अतीक और अशरफ 17 अप्रैल को शाम 5 बजे तक पुलिस की कस्टडी में रहेंगे और फिर कोर्ट में पेश किए जाएंगे. अतीक का बेटा असद और मोहम्मद गुलाम झांसी में बड़ा गांव और चिरगांव थाना क्षेत्र के बीच पारीक्षा डैम के इलाके में छिपे बैठे थे. यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने कहा कि असद और गुलाम को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने एसटीएफ टीम पर फायर किया. 40 राउंड की फायरिंग के बाद दोनों ढेर हो गए.




3. उत्तर प्रदेश के विशेष अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्‍यवस्‍था) प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रयागराज में उमेश पाल हत्‍याकांड में वांछित असद अहमद और गुलाम पांच-पांच लाख रुपये के इनामी बदमाश थे. माफिया के खिलाफ सरकार ने जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. इस नीति का परिणाम आज सबके सामने है. उन्होंने कहा कि ऐसी खुफिया जानकारी मिली थी कि अतीक अहमद को साबरमती जेल से झांसी के रास्ते प्रयागराज लाने वाले वाहन पर हमला किया जा सकता है. 


4. पुलिस एनकाउंटर में मारे गए असद का शव लेने के लिए अतीक अहमद के सास-ससुर झांसी जाएंगे. असद का एक मामा भी माता-पिता के साथ जाएगा. असद के शव को झांसी से प्रयागराज लाया जाएगा. कल शाम प्रयागराज में ही अंतिम संस्कार किया जा सकता है. वहीं शूटर गुलाम की मां ने उसका शव लेने से इनकार कर दिया है. गुलाम के भाई राहिल हसन और उनका परिवार भी न तो शव लेने जाएगा और न ही अंतिम संस्कार में शामिल होगा. गुलाम की पत्नी और ससुराल के लोग झांसी जा सकते हैं. हालांकि वे किसी के संपर्क में नहीं हैं.


5. बेटे असद के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अतीक अहमद कुछ घंटे की पैरोल चाहता था. यूपी की अदालतों में शुक्रवार को अंबेडकर जयंती की छुट्टी रहेगी. कोर्ट में छुट्टी होने की वजह से अतीक अहमद और अशरफ की अर्जी अब शुक्रवार को कोर्ट में दाखिल नहीं हो सकेगी. सूत्रों के अनुसार अतीक अहमद ने नैनी जेल से जाते वक्त कहा कि ये सब उसकी वजह से हुआ है, वह असद की मिट्टी में जाना चाहता है, इसकी व्यवस्था कराई जाए. 


6. अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन भी अगले 24 घंटे में सरेंडर कर सकती है. परवीन कोर्ट के बजाय पुलिस के सामने सरेंडर करना चाहती है. शाइस्ता परवीन वकीलों के जरिए पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर सकती है. शाइस्ता परवीन बेटे असद के अंतिम संस्कार में शामिल होना चाहती है. अतीक अहमद का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आया है. अतीक अहमद ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से भारत में हथियार मंगाता था. प्रयागराज पुलिस ने कोर्ट में ये कहकर रिमांड मांगी कि अतीक अहमद पाकिस्तान से हथियार खरीदता था. रिमांड के दौरान अतीक पुलिस को वो हथियार बरामद करा सकता है. ये हथियार पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए पंजाब में गिराए जाते थे. 


7. यूपी सीएमओ ने कहा कि पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे असद और उसके सहयोगी के एनकाउंटर के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानून-व्यवस्था को लेकर बैठक की है. सीएम योगी ने यूपी एसटीएफ के साथ ही डीजीपी, स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर और पूरी टीम की तारीफ की और उन्हें बधाई दी. प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने मुठभेड़ की जानकारी मुख्यमंत्री को दी. इस पूरे मामले पर सीएम के सामने रिपोर्ट रखी गई है. 


8. इस एनकाउंटर को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं. कई विपक्षी नेताओं ने यूपी सरकार की आलोचना की है. उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि झूठे एनकाउंटर करके बीजेपी सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है. भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं. हालिया एनकाउंटर की भी गहन जांच-पड़ताल हो और दोषियों को नहीं छोड़ा जाए. सही-गलत के फैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है. बीजेपी भाईचारे के खिलाफ है.


9. यूपी की पूर्व सीएम और बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट कर कहा कि अतीक अहमद के बेटे व एक अन्य की एनकाउंटर में हुई हत्या पर अनेकों प्रकार की चर्चाएं गर्म हैं. लोगों को लगता है कि विकास दुबे कांड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है. अतः घटना के पूरे तथ्य व सच्चाई जनता के सामने आ सके इसके लिए उच्च-स्तरीय जांच जरूरी. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने इस एनकाउंटर को लेकर यूपी के सीएम योगी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अजय बिष्ट का दूसरा नाम 'मिस्टर ठोक दो' था. माननीय ठोक दो मुख्यमंत्री की हालिया एनकाउंटर किलिंग फिर से जंगल राज का जश्न मना रही हैं जिसे बीजेपी राम राज्य के रूप में पेश कर रही है.


10. गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड में असद और गुलाम नामजद आरोपी थे. साल 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की बीती 24 फरवरी को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके एक दिन बाद 25 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने विधानसभा में किसी का नाम लिए बगैर कहा था कि वह समाजवादी पार्टी की ओर से पोषित माफिया है. उसकी कमर तोड़ने का काम हमारी सरकार ने किया है. हम इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे. 


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