Atiq Ahmed Letter To Supreme Court: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद दोनों भाइयों की ओर से लिखी गई चिट्ठियों की चर्चा है. अशरफ अहमद ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी लिखी थी. अब यह बात भी सामने आई है कि अतीक अहमद ने भी मारे जाने से करीब दो हफ्ते पहले सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिखा था. अतीक अहमद की चिट्ठी का एक बंद लिफाफा सामने आया है.
अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा ने दी ये जानकारी
अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा ने एबीपी न्यूज को बताया कि वह बरेली की जेल में जब अशरफ से मिले थे, उस दौरान अशरफ ने कहा था कि जैसे ही उसे जेल से निकाला जाएगा, उसकी हत्या कर दी जाएगी. अशरफ ने दावा किया था कि जो व्यक्ति उसकी हत्या कर सकता है, वो नाम उसे पता है.
क्या अशरफ ने बताया था कातिल का नाम?
विजय मिश्रा ने कहा कि उन्होंने उस व्यक्ति के बारे में अशरफ से पूछा था, इस पर अशरफ ने नाम नहीं बताया था. उसने कहा था कि वो नाम चिट्ठी में लिखा हुआ है, चिट्ठी बंद लिफाफे में हैं और उसे सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा जाएगा. विजय मिश्रा ने बताया कि वो चिट्ठी जा चुकी है, वो पहुंच चुकी होगी या पहुंच रही होगी. सूत्रों ने बताया कि अतीक और अशरफ के परिवार के करीबी लोगों के पास वो चिट्ठी रखी गई थी और वहीं से उसे भेजा गया था.
पुलिस हिरासत के दौरान हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या
बता दें कि शनिवार (15 अप्रैल) को रात करीब साढ़े दस बजे उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कॉल्विन अस्पताल के पास अतीक और अशरफ की तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस हिरासत में हुई दोनों भाइयों की हत्या के बाद पूरे महकमे में हड़कंप मच गया था. वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया था जब अतीक और अशरफ को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था और इसी दरमियान जब वे मीडिया से बात करने के लिए रुके थे.
जांच के लिए SIT का गठन
मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर लिया है. उत्तर प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने सोमवार (17 अप्रैल) को बताया कि प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया है.