Atiq Ashraf Ahmed Murder: अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के तीनों आरोपियों की रिमांड रविवार (23 अप्रैल) को खत्म हो रही है. तीनों आरोपियों को वापस प्रतापगढ़ जेल पहुंचा दिया जाएगा. पुलिस ने तीन दिनों तक पूछताछ की जिसमें तीनों शूटर्स ने कई अहम राज उगले हैं. हालांकि, माफिया के मर्डर के मास्टर माइंड का खुलासा होना अभी बाकी है. आज रिमांड का आखिरी दिन है.
15 अप्रैल की रात करीब 10.30 बजे गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर पुलिस सुरक्षा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने मौके से ही तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया था. इनकी पहचान लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी पाल के रूप में हुई थी. तीनों हमलावरों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें चार दिनों की रिमांड में भेज दिया गया था, जो रविवार शाम 5 बजे खत्म हो रही है.
नहीं उगला मास्टरमाइंड का राज
ये तीन शूटर कैसे आए, कहां से आए, किस मकसद से आए, ये सब इन्होंने अब तक की पुलिस रिमांड में उगल दिया है लेकिन लेकिन इन्हें यहां लाया कौन? इन्हें इतने महंगे हथियार दिए किसने? इनके होटल और खाने पीने का इंतजाम कैसे हुआ? इस राज से पर्दा नहीं उठ पाया है.
सीधा मतलब ये कि इन तीन शूटर्स का असली मास्टरमाइंड कौन है, अब तक इन तीनों ने इसका खुलासा नहीं किया है.
5 बजे खत्म हो रही रिमांड
हालांकि आज शाम पांच बजे इनकी 99 घंटे की रिमांड खत्म हो जाएगी. पुलिस के पास तब तक वक्त होगा इनकी पूछताछ को जारी रखने का उसके बाद इन्हें वापस प्रतापगढ़ जेल पहुंचा दिया जाएगा. इससे पहले इनकी अदालत में पेशी की जरूरत नहीं होगी. चार दिनों की पूछताछ में पुलिस को इन शूटर्स से काफी अहम जानकारियां मिली हैं. कई चौंकाने वाले खुलासे भी हुए हैं लेकिन पूरा खुलासा अभी बाकी है.
क्यों भेजा जाएगा प्रतापगढ़ जेल?
अतीक-अशरफ की हत्या के बाद गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को पहले प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में ही रखने की योजना थी, लेकिन पुलिस को इनपुट मिला कि नैनी जेल में बंद अतीक के कुछ करीबी और उसके गुर्गे इन तीनों की हत्या की साजिश रच रहे हैं. इसके बाद इन तीनों को सुरक्षा के लिए दूसरी जेल प्रतापगढ़ भेज दिया गया था. तीनों शूटर्स को प्रतापगढ़ जेल से ही पेशी के लिए कोर्ट में लाया गया था. ऐसे में अब रिमांड पूरी होने के बाद वापस उन्हें प्रतापगढ़ जेल भेजा जाएगा.
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