Atiq-Ashraf Murder Case: गैंगस्टर से माफिया और फिर राजनेता बने अतीक अहमद  और उनके भाई अशरफ की हत्या की जांच यूपी एसटीएफ ने तेज कर दी है. अब वह इन हमलावरों को हथियार उपलब्ध कराने वाले हथियार सप्लायर गैंग पर नकेल कसने की तैयारी में है. 


इसी क्रम में अब यूपी एसटीएफ के हाथ कथित तौर पर नॉर्थ इंडियां के सबसे बड़े वेपन सप्लायर गैंगस्टर रोहित मोई तक पहुंचने की खबर है. रोहत मोई गैंगस्टर जितेंद्र गोगी का दाहिना हाथ था और गोगी की हत्या के बाद उसके गैंग की कमान पूरे उत्तर भारत में रोहित मोई ने संभाली हुई है. 


किन गैंगस्टर के साथ है संबंध?
गैंगस्टर मोई की जेल में कई अपराधियों के साथ तस्वीरें देखीं गई थी. वह लॉरेंस के साथ भी कुछ वायरल तस्वीरों में दिखा था. मोई जिगाना पिस्टल्स का सबसे बड़ा सप्लायर है और अतीक-अशरफ की हत्या में जिगाना पिस्टल्स का ही इस्तेमाल किया गया था. यही वजह है कि यूपी पुलिस, एसटीएफ की नजर जिगाना पिस्टल्स के हथियार सप्लायर्स पर है. इस मामले में पूछताछ करने के लिए पुलिस तिहाड़ जेल में गैंगस्टर से पूछताछ कर सकती है. 


कब और कैसे हुई थी माफिया ब्रदर्स की हत्या
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या बीते महीने 15 अप्रैल को उस वक्त कर दी गई थी जब दोनों को यूपी पुलिस अपनी कस्टडी में प्रयागराज के एक हॉस्पिटल में मेडिकल के लिए लेकर जा रही थी. उसी वक्त पत्रकार की ड्रेस पहनकर आए हमलावरों ने अतीक-अशरफ को प्वाइंट ब्लैंक रेंज से निशाना बनाकर फायरिंग कर दी. जिससे दोनों माफिया बंधुओं की तत्काल मौत हो गई. 


माफिया ब्रदर्स को मारने वाले तीनों हमलावरों ने दोनों की हत्या के बाद घटनास्थल पर ही पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. जिसके बाद से पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. यूपी एसटीएफ भी इस मामले में सहयोग कर रही है ताकि अतीक-अशरफ के कातिलोंं को सजा दिलाई जा सके. 


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