Delhi Chief Minister: करीब दस साल बाद दिल्ली को फिर से महिला मुख्यमंत्री मिलने जा रही हैं. मंगलवार (17 सितंबर, 2024) को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सिविल लाइंस स्थित आवास पर हुई आम आदमी पार्टी (AAP) की विधायक दल की बैठक में सीएम पद के लिए आतिशी के नाम पर मुहर लगाई गई. कांग्रेस की शीला दीक्षित और भारतीय जनता पार्टी की सुषमा स्वराज के बाद आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी.
आतिशी का नाम अरविंद केजरीवाल कैबिनेट के हेवीवेट मंत्रियों में आता है. सिर्फ चार साल में वह दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने जा रही हैं. आतिशी उन चुनिंदा लोगों में से हैं, जो कुछ ही सालों में मुख्यमंत्री बनेंगी. आतिशी का जन्म 8 जून, 1981 को दिल्ली की एक पढ़ी-लिखी फैमिली में हुआ. उनके पिता विजय सिंह और माता तृप्ता वाही दोनों ही दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे. आतिशी पंजाबी राजपूत परिवार से हैं और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं. इसके अलावा सेंट स्टीफंस कॉलेज से हिस्ट्री से पढ़ाई की.
AAP की स्थापना से जुड़ी हैं आतिशी
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद वह मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में सात साल रहीं. यहां वह जैविक खेती और प्रगतिशील शिक्षा प्रणालियों से जुड़ीं. वहां उन्होंने कई एनजीओ के लिए काम किया और यहीं पर उनकी मुलाकात आप के कुछ सदस्यों से हुई. आतिशी आम आदमी पार्टी के साथ इसकी स्थापना के समय से ही जुड़ी हुई हैं. अन्ना आंदलोन के समय से वह संगठन में सक्रिय हैं.
पहली बार लड़ा चुनाव और हार गईं
आतिशी ने साल 2019 में पहली बार चुनाव लड़ा था. पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से वह मैदान में उतरी थीं, लेकिन बीजेपी के गौतम गंभीर ने उन्हें 4.77 लाख वोटों से हरा दिया. इसके बाद उन्होंने 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ा और कालकाजी से विधायक चुनी गईं. 2023 में केजरीवाल कैबिनेट में उन्हें मंत्री बनाया गया और सालभर बाद ही वह मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं. इस वक्त आतिशी दिल्ली सरकार में सबसे ज्यादा मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. जब मार्च में अरविंद केजरीवाल जेल गए तभी से वह पार्टी और सरकार से जुड़ी सभी जिम्मेदारियां संभाल रही हैं.
आतिशी के पास अभी कौन-कौन सी जिम्मेदारियां हैं
पिछले साल दिल्ली आबकारी नीति मामले में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी आतिशी को दे दी गई थी. फिर जब इस साल मार्च में अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार हुए तो उन पर पीडब्ल्यूडी, जल विभाग, राजस्व, योजना और वित्त विभाग की भी जिम्मेदारी आ गई.