(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
साजिश नाकाम: लखनऊ से गिरफ्तार आतंकियों के हैंडलर उमर अल मंडी की तलाश तेज, कानपुर और संभल से हिरासत में लिए गए 6 लोग
लखनऊ में पकड़े गए आतंकियों की मानव बम के जरिए धमाके की साजिश थी. आतंकी 15 अगस्त के आसपास धमाका करने की फिराक में थे. दोनों आतंकी सीरियल ब्लास्ट करना चाहते थे.
लखनऊ: देश में आतंक फैलाने की साज़िश को नाकाम कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी से अल क़ायदा के दो संदिग्ध आतंकियों की गिरफ़्तारी के बाद देश में आतंक फैलाने की बड़ी साज़िश को नाकाम कर दिया गया है. अब पुलिस आतंकियों के हैंडलर उमर अल मंडी की तलाश में जुटी है. बताया जा रहा है कि उमर अल मंडी यूपी के संभल का रहने वाला है. इस बीच कानपुर से चार और संभल से 2 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
अंसार गजवातुल हिंद ग्रुप से जुड़े थे आतंकी
लखनऊ में पकड़े गए आतंकियों की मानव बम के जरिए धमाके की साजिश थी. आतंकी 15 अगस्त के आसपास धमाका करने की फिराक में थे. दोनों आतंकी सीरियल ब्लास्ट करना चाहते थे. आतंकी के नाम मिनहाज अहमद और मसीरूद्दीन है. अलकयदा का ये मानव बम मॉड्यूल था. दोनों आतंकी अंसार गजवातुल हिंद ग्रुप से जुड़े थे.
उमर अल मंडी अलकायदा के यूपी मॉड्यूल का मुखिया
बता दें कि अंसार गजवातुल भारत में अलकायदा का ग्रुप है. हैंडलर का नाम उमर अल मंडी है, जिसका प्रमुख मूसा कश्मीर में मारा जा चुका है. पुलिस के मुताबिक उमर अल मंडी अलकायदा के यूपी मॉड्यूल का मुखिया है. बताया जा रहा है कि उमर अल मंडी का संबंध यूपी के संभल से है, इसलिए वहां भी उससे जुड़े सुरागों की छानबीन शुरू हो गई है.
दोनों आतंकियों के ख़िलाफ़ पर्याप्त सबूत- अवनीश अवस्थी
अल क़ायदा के संदिग्ध आतंकियों की गिरफ़्तारी के बाद यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने दावा किया है कि दोनों आतंकियों के ख़िलाफ़ पर्याप्त सबूत मिले हैं. गृह सचिव के मुताबिक़, ATS दोनों आतंकियों को कई दिनों से ट्रैक कर रही थी और जब लगा कि ये आतंकी घटना को अंजाम दे सकते हैं तो इन्हें गिरफ़्तार किया. गृह सचिव ने ये भी बताया कि इस गिरफ़्तारी को लेकर यूपी ATS सेंट्रल एजेंसी के संपर्क में है.
उधर, जम्मू में सीमापार से ड्रोन वाली साजिश नाकाम हुई है. पुलिस ने ड्रोन से गिराए गए ग्रेनेड और पिस्टल ट्रक से बरामद किए हैं और ट्रक ड्राइवर को गिरफ़्तार किया है.