Atta Price: आटे की कीमत घटने की उम्मीद, खुले बाजार में 30 लाख मीट्रिक टन गेहूं बेचेगी मोदी सरकार
केंद्र सरकार ने फैसला किया है कि अब वह अपने खजाने से खुले बाजार में गेहूं बेचेगी. इसके तहत भारतीय खाद्य निगम अगले दो महीनों में अपने बफर स्टॉक से 30 लाख मीट्रिक टन गेहूं खुले बाज़ार में जारी करेगी.
Atta Price may Reduce Very Soon: अगर आप भी बढ़ती महंगाई और किचन के गड़बड़ाते बजट से परेशान हैं तो यह खबर आपके काम की है. दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार जल्द ही लोगों को आटे की बढ़ती कीमत से निजात दिलाएगी. भारतीय खाद्य निगम अगले दो महीनों में अपने बफर स्टॉक से 30 लाख मीट्रिक टन गेहूं खुले बाज़ार में जारी करेगी.
पिछले कुछ दिनों में आटे की कीमत में आग लगी हुई थी. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक़ देश के कई हिस्सों में आटे की खुदरा कीमत 50 रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई है. इसे देखते हुए केंद्र सरकार भी लगातार मंथन कर रही है. बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर मंत्री समूह की एक बैठक हुई.
अधिकतम 3000 मिट्रिक टन गेहूं प्रति क्रेता बेचा जाएगा
मंत्री समूह की बैठक में फैसला लिया गया कि सरकार अब अपने खज़ाने से खुले बाज़ार में गेहूं बेचेगी. इसके तहत भारतीय खाद्य निगम अगले दो महीनों में अपने बफर स्टॉक से 30 लाख मीट्रिक टन गेहूं खुले बाज़ार में जारी करेगी. फैसले के मुताबिक, आटा बनाने वालों और थोक ख़रीद करने वालों को ई नीलामी के ज़रिए अधिकतम 3000 मिट्रिक टन गेहूं प्रति क्रेता बेचा जाएगा. इसके अलावा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों को भी अलग अलग स्कीमों के लिए गेहूं बिना किसी नीलामी के ज़रूरत के आधार पर मुहैया करवाया जाएगा.
30 रुपये प्रति किलो तक हो सकती है आटे की कीमत
वहीं, सरकारी एजेंसियों, कोऑपरेटिव, केंद्रीय भंडार, नेफेड और फेडरेशनों को भी 2350 रुपये प्रति क्विंटल के रियायती दाम पर बिना नीलामी के गेहूं बेचा जाएगा. बशर्ते इस गेहूं का इस्तेमाल सिर्फ़ आटा बनाकर उसे अधिकतम 29.50 रुपये प्रति किलो बेचा जाए. ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि अगले कुछ दिनों में आटे की खुदरा कीमत 30 रुपये प्रति किलो के आसपास पहुंचेगी जिससे उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिल सके.
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