नई दिल्ली: यूपी के सहारनपुर में मायावती की सभा से लौटते हुए दलितों पर हमला हुआ है. एक गाड़ी में 5-6 दलित सवार होकर वापस जा रहे थे, तभी कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया.
एक शख्स को गोली मारी, तलवार से भी हमला
एक शख्स को गोली मारी गई है, जबकि बाकी लोगों पर तलवार से हमला हुआ है. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिन लोगों ने हमला किया उन्होंने अपने चेहरे को कपड़े से ढंक रखा था. हमला करने वाले लोग कौन थे यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुलाई बैठक
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर प्रदेश के बड़े अधिकारियों की बैठक बुलाई है. जैसे ही आज कैबिनेट की बैठक खत्म हुई योगी आदित्यनाथ को घटना की जानकारी दी गई. इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेश के डीजीपी सुलखान सिंह, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर और आईजी एसटीएफ को तलब कर घटना की जानकारी मांगी.
क्या हुआ था सहारनपुर में ?
आपको बता दें कि सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में पांच मई को उस वक्त झड़पें शुरू हो गई थीं जब गांव के कुछ दलित निवासियों ने ठाकुरों(अगड़ी जाति के लोगों) की ओर से राजपूत राजा महाराणा प्रताप की जयंती पर एक जुलूस निकालने की इजाजत देने से इनकार कर दिया था.
इसके बाद दलित समुदाय के लोगों ने शहर के गांधी उद्यान में नौ मई को एक महापंचायत करने की कोशिश की, ताकि पांच मई की झड़पों में प्रभावित हुए लोगों के लिए मुआवजे और राहत की मांग की जा सके, लेकिन जिला प्रशासन ने उन्हें महापंचायत आयोजित करने की अनुमति नहीं दी, जिसके कारण दलित समुदाय सड़कों पर उतर गया. फिर हुई हिंसा में दलित प्रदर्शनकारियों ने शहर में कथित तौर पर एक पुलिस चौकी और एक दर्जन से ज्यादा बाइकों को आग के हवाले कर दिया.
सहारनपुर में दलितों की अगुवाई भीम आर्मी नाम का संगठन कर रहा था. रविवार को हजारों दलित अधिकार कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन भी किया था. भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर भी इस मौके पर मौजूद थे. उन पर सोशल मीडिया में एक आपत्तिजनक वीडियो साझा करने और सहारनपुर में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का आरोप है.