Attack On ED Officers In Bengal: 'बंगाल बनाना रिपब्लिक नहीं है, करेंगे संवैधानिक कार्रवाई', ED अधिकारियों पर हमले को लेकर बोले राज्यपाल
Attack On ED Officers In Bengal Update: राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में छापेमारी करने पहुंचे ED अधिकारियों पर हमले को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई है. मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
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Attack On ED Officers In Bengal: पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में छापेमारी करने पहुंचे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारियों पर हमले को लेकर सियासी तूफान उठा है. राज्यपाल डॉक्टर सी वी आनंद बोस ने इस वारदात की कड़ी निंदा की है और संवैधानिक कदम उठाने की चेतावनी दी है. गवर्नर ने कहा है कि "पश्चिम बंगाल बनाना रिपब्लिक" नहीं है.
वहीं केंद्रीय एजेंसी ने बयान जारी कर दावा किया है कि ईडी के अधिकारियों को "जान से मारने के इरादे से हमले" किए गए. एजेंसी ने इस संबंध में स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करवाई है. हालांकि अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
क्या है घटना?
राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में शुक्रवार सुबह ईडी के अधिकारी छापेमारी करने पहुंचे थे. यहां संदेशखाली में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता शाहजहां शेख के घर पर लगे ताले को तोड़ने के समय उनके समर्थकों ने हमला कर दिया. सैकड़ों की संख्या में जुटे लोगों के हमले के बाद जान बचाने के लिए ईडी अधिकारियों को ऑटो और बाइक से मौके से भागना पड़ा. ईंट पत्थर के हमले में एक ईडी अधिकारी का सिर फट गया है जबकि दो अन्य घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है.
राज्यपाल ने कहा - संवैधानिक कार्रवाई करेंगे
इस वारदात को लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी वी आनंद बोस ने संवैधानिक कार्रवाई की चेतावनी दी है. एक बयान में उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल "बनाना रिपब्लिक" नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र में बर्बरता और गुंडागर्दी को रोकना एक सभ्य सरकार का कर्तव्य है. एक राज्यपाल के रूप में, मैं उचित तरीके से उचित कार्रवाई के लिए अपने सभी संवैधानिक विकल्प तलाश रहा हूं.’’ उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल कोई ‘बनाना रिपब्लिक’ नहीं है और ‘‘जंगल राज और गुंडा राज’’ नहीं चलेगा. "
'जान से मारने के इरादे से हुए हमले'
इस वारदात को लेकर जारी एक आधिकारिक बयान में एजेंसी ने कहा कि इसने आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए स्थानीय पुलिस में एक शिकायत दी है. दिल्ली स्थित मुख्यालय में भेजने के लिए हमलों पर रिपोर्ट के ‘दो सेट’ तैयार कर रहे हैं.
एजेंसी ने कहा, ‘‘ईडी अधिकारियों के कर्तव्य निर्वहन के दौरान उन पर भीड़ (संदेह है कि शेख और उनके सहयोगियों के उकसावे पर) ने हमला किया. तीन अधिकारियों को गंभीर चोटें आईं, क्योंकि भीड़ जान लेने के मकसद से ईडी अधिकारियों की ओर बढ़ रही थी.’’
भीड़ ने ईडी के लैपटॉप, फोन, नगदी छीनी
ईडी ने कहा, ‘‘भीड़ ने ईडी अधिकारियों के मोबाइल फोन, लैपटॉप, नकदी, बटुआ आदि जैसी निजी/सरकारी वस्तुएं भी छीन या लूट लीं.'’ एजेंसी ने कहा, ‘‘दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी और आवश्यक कार्रवाई के लिए क्षेत्राधिकार रखने वाले पुलिस थाने में जरूरी शिकायत दी गई.’’
'घर के अंदर ही थे तृणमूल नेता'
ईडी ने कहा है कि शाहजहां शेख के घर जब ईडी की टीम छापेमारी करने पहुंची उस वक्त उनके मोबाइल फोन के लोकेशन से यह संकेत मिला कि वह घर के अंदर ही थे. इसके बाद, आधे घंटे के अंदर करीब 800 से 1000 व्यक्तियों की भीड़ ने ईडी की टीम की ओर बढ़ना शुरू कर दिया. भीड़ में शामिल लोगों के हाथों में लाठी, पत्थर, ईंट आदि थी. उन्होंने ईडी अधिकारियों और सीआरपीएफ कर्मियों को घेर लिया.’’
एजेंसी ने कहा, ‘‘अचानक भीड़ ने ईडी अधिकारियों और सीआरपीएफ कर्मियों पर हमला करना शुरू कर दिया, उनपर पथराव किया तथा अधिकारियों और सीआरपीएफ के 27 कर्मियों पर लाठियों से हमला किया. ईडी ने कहा कि भीड़ ने अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया.
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