नई दिल्ली: भारत, पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर जुल्म की बात करता रहा है. भारत जो बात कहता रहा है उसका सबूत पाकिस्तान ने दे दिया है. अब अल्पसंख्यकों पर जुल्म का जिंदा सबूत सामने आया है. दरअसल पाकिस्तान में सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब पर हमला हुआ है. भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए जिन्होंने ननकाना साहिब गुरुद्वारे को नुकसान पहुंचाया है और पाकिस्तान में सिख समुदाय पर हमला किया है.


दिल्ली में बीजेपी के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने वीडियो शेयर किया है. साथ ही कई वीडियो पाकिस्तानी मीडिया में भी वायरल हो रहे हैं. पाकिस्तान की भीड़ कह रही है कि ननकाना साहिब का नाम बदलकर गुलाम अली मुस्तफा कर देंगे. बताया जा रहा है ननकाना साहिब में स्थिति तनावपूर्ण है. वाघा से ननकाना साहिब की दूरी सौ किलोमीटर है. ननकाना साहिब गुरु नानक जी का जन्मस्थल है. सिरसा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वह इसपर कठोर संज्ञान लें. सिरसा, दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष भी हैं.





मनजिंदर सिंह सिरसा ने मोहम्मद हसन के नेतृत्व में भीड़ द्वारा गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब पर हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि सिख समुदाय पाकिस्तान में सिखों को धमकाने के सभी प्रयासों का विरोध करेगा. सिरसा के अनुसार जिस मोहम्मद हसन ने गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब के ग्रंथी की बेटी जगजीत कौर का अपहरण किया था, उसी ने भीड़ का नेतृत्व किया. इस भीड़ ने गुरुद्वारे के खुले गेट को तोड़ने की कोशिश की. सिरसा ने कहा कि पहले हसन ने सभा को संबोधित किया और घोषणा की कि श्री ननकाना साहिब में एक भी सिख को रहने की अनुमति नहीं देंगे और पवित्र शहर का नाम गुलाम अली मुस्तफा रखेंगे.



सिरसा ने कहा इस चौंकाने वाली घटना को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जगजीत कौर के अपहरणकर्ता ने ऐसा केवल उस समुदाय से बदला लेने के लिए किया जिसने अपहरण, धर्मांतरण और बाद में जगजीत कौर से शादी करने का विरोध किया था. उन्होंने कहा कि हसन जैसे गुंडों द्वारा इस तरह की कोशिशों का सिख समुदाय मूक दर्शक बनकर नहीं रह सकता है. पाकितान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक हर कदम उठाया जाएगा.


बीजेपी विधायक ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से इस मामले में तेजी से काम करने और मोहम्मद हसन जैसे गुंडों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं न केवल पाकिस्तान की छवि को धूमिल करेंगी बल्कि इस घटना के बारे में दुनिया को जवाब देना पाकिस्तान के लिए मुश्किल होगा.


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में नागरिकता संशोधन कानून के लागू होने के बाद से पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हमले की घटनाओं में तेजी आई है. नाबालिग लड़कियों का अपहरण हो रहा है. यह बहुत महंगा साबित होगा क्योंकि सिख समुदाय दुनियाभर में अपने समुदाय की भावनाओं के साथ खेलने की इजाजत नहीं देगा. उन्होंने मांग की कि हसन को कड़ी सजा दी जानी चाहिए जिन्होंने सिख गुरु साहिबान से जुड़े शहरों का नाम बदलने का यह अपवित्र प्रयास किया है.


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