नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में मौजूद जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में छात्रों और शिक्षकों को पीटने वाले नकाबपोश बदमाशों का अबतक कुछ पता नहीं चल पाया है. हिंसा के तीन दिन बाद भी दिल्ली पुलिस के हाथ खाली हैं. अब पुलिस ने दोषियों को पकड़ने के लिए पोस्टर जारी करके लोगों से सबूत देने को कहा है. जेएनयू में रविवार 5 जनवरी को हमला हुआ था.


क्या है पुलिस की अपील?


जेएनयू हिंसा की जांच एसआईटी कर रही है. इस जांच के बीच पुलिस ने एक पब्लिक अपील जारी की है. पुलिस ने इस अपील के माध्यम से लोगों से मदद मांगी है. दिल्ली पुलिस ने अपील की है कि 5 जनवरी को जेएनयू में हुई हिंसा के जो भी गवाह हैं या फिर जिसके पास इस हिंसा से जुड़ी कोई जानकारी है, वह 7 दिन के अंदर इसके बारे में जेएनयू कैंपस के एडमिन ब्लाक में आकर एसआईटी को बता सकते हैं. इसके अलावा पुलिस ने दो नंबर 8750871239 और 8750871241 भी जारी किए हैं.


दिल्ली पुलिस को क्यों जारी करनी पड़ी ये अपील


बता दें कि D क्राइम ब्रांच अब तमाम वायरल वीडियो और अन्य तकनीक की मदद से पहचान करने की कोशिश कर रही है, क्योंकि क्राइम ब्रांच को लग रहा है कि इस पूरी हिंसा को एक सोची समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया है.


हिंसा को लेकर सामने आ चुकी हैं कई मोबाइल फुटेज


दरअसल रविवार 5 जनवरी की पेरियार हॉस्टल, साबरमती हॉस्टल, जेएनयू टी प्वाइंट, 24 सेवन ढाबा पर नकाब पहने लोगों ने मारपीट और तोड़फोड़ की थी. इससे पहले दिन में नए सेमेस्टर में रजिस्ट्रेशन को लेकर भी लेफ्ट और एबीवीपी का छात्रों के बीच एडमिन ब्लॉक के बाहर झड़प हुई थी. इस हिंसा को लेकर अब तक कई मोबाइल फुटेज सामने आ चुकी हैं. पुलिस इन सबकी जांच कर रही है.


वायरल हुए कुछ वहाट्सऐप मैसेज भी संदेह के घेरे में हैं. अब तक जितने भी सबूत पुलिस के हाथ लगे हैं उससे नकाबपोशों की पहचान जाहिर नहीं हो पा रही है. इसलिए पुलिस ने ये अपील जारी करके लोगों से मदद मांगी है.


यह भी पढ़ें-


दीपिका के JNU प्रोटेस्ट से चुपचाप लौटने पर आईशी घोष बोलीं- जब आप उस पोज़िशन पर हैं, तो बोलना चाहिए था


लेफ्ट समेत 10 ट्रेड यूनियंस का भारत बंद आज, जानिए कौन-कौनसी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं


निर्भया के दोषियों की फांसी की तारीख और वक्त मुकर्रर, जानिए इस केस में अब तक क्या क्या हुआ