आरोपियों ने भागते समय एक और गोली चलाई- खालिद के दोस्त
उमर खालिद के साथ कांस्टीट्यूशन क्लब गए सैफी ने कहा, ‘‘हम चाय पीने गए थे जब तीन लोग हमारी तरफ आए. उनमें से एक ने खालिद को जकड़ लिया जिसका विरोध करते हुए खालिद ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की,’’ सैफी ने कहा, ‘‘गोली चलने की आवाज आने के साथ वहां अफरा तफरी मच गई,लेकिन खालिद घायल नहीं हुए. आरोपियों ने भागते समय एक और गोली चलाई.’’
देश में खौफ का माहौल- उमर खालिद
घटना के बाद उमर खालिद ने कहा, ‘‘देश में खौफ का माहौल है और सरकार के खिलाफ बोलने वाले हर व्यक्ति को डराया-धमकाया जा रहा है.’’ पुलिस घटनास्थल पर है और मामले की जांच कर रही है. उसने वह हथियार जब्त कर लिया है जो आरोपियों के भागते समय उनके हाथों से गिर गया था.
कौन हैं उमर खालिद?
नौ फरवरी 2016 को जेएनयू में डेमोक्रेटिक स्टूडेंट यूनियन की तरफ से अफ़ज़ल गुरु की बरसी पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. ये कार्यक्रम डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स यूनियन यानी डीएसयू के उमर खालिद की अगुवाई में हुआ था. उमर खालिद, अनिर्बन भट्टाचार्या और कन्हैया कुमार पर इस कार्यक्रम में देश विरोधी नारे लगाने का आरोप लगा था.
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