कोलकाता: पश्चिम बंगाल में हावड़ा जिले के टिकियापाड़ा में लॉकडाउन का पालन करा रही पुलिस पर मंगलवार को भीड़ ने हमला कर दिया. जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. टिकियापाड़ा कोरोना वायरस संक्रमण के लिहाज से 'रेड जोन' में शामिल है.


इस घटना को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी बीजेपी में जुबानी जंग भी शुरू हो गयी है. तृणमूल कांग्रेस ने घटना में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है. जबकि बीजेपी ने दावा किया कि राज्य सरकार की तुष्टिकरण की नीति की वजह से यह घटना हुई.


पुलिस ने बताया कि यह घटना शाम की है. जब पुलिस का गश्त दल टिकियापाड़ा के बेलिरुअस इलाके में पहुंचा. इससे पहले पुलिस को सूचना मिली थी कि अल्पसंख्यक बहुल इस इलाके में सामाजिक मेल-जोल से लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए लोग बड़ी तादाद में स्थानीय बाजार में जमा हैं.


पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, '' जैसे ही पुलिस ने उन्हें घर लौटने के लिये कहा, भीड़ ने उन पर पथराव किया और उनकी पिटाई कर दी. घटना में दो पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.'' पुलिस ने बताया कि घायल दो पुलिसकर्मियों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.


बाद में त्वरित कार्य बल (आरएएफ) समेत बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी स्थिति को नियंत्रित करने के लिये मौके पर पहुंच गए. उल्लेखनीय है कि हावड़ा पश्चिम बंगाल के उन चार जिलों में है जहां पर रेड जोन घोषित किया गया है. साथ ही 75 फीसदी कोविड-19 के मामले यहीं से आए हैं. अन्य तीन जिले कोलकाता, पूर्वी मिदनापुर और 24 उत्तर परगना हैं


हावड़ा जिले के तृणमूल कांग्रेस प्रभारी और वन मंत्री राजीव बनर्जी ने पुलिस पर हमले की निंदा की और कहा कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं पश्चिम बंगाल बीजेपी ने ट्वीट किया, ‘‘ पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के टिकियापाड़ा में लॉकडाउन का अनुपालन कराने गई पुलिस पर भीड़ ने पथराव किया. ममता बनर्जी की तृष्टिकरण को धन्यवाद. उनके विश्वस्त मतदाता अब पुलिस पर पथराव कर रहे हैं. ’’





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