Religious Violence: कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने रविवार (1 दिसंबर) को बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रहे हमलों की निंदा की. उन्होंने कहा कि यह अत्याचार बांग्लादेश में बढ़ रहे हैं और वहां के हिंदुओं को भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है. अल्वी ने यह भी कहा कि बांग्लादेश में मंदिरों पर हमले हो रहे हैं जो एक गंभीर चिंता का विषय है. उनका कहना था कि भारत में भी स्थिति बहुत खराब है और यहां पर भी ऐसी ही घटनाएं हो रही हैं.
राशिद अल्वी ने आरोप लगाया कि गुजरात में मस्जिदों को ध्वस्त कर दिया गया और कब्रिस्तानों की भूमि गायब हो गई है. इसके साथ ही, उत्तराखंड में भी मस्जिदों के खिलाफ रिपोर्टें सामने आ रही हैं. ये घटनाएं भारत में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों की ओर इशारा करती हैं. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों का भारत से गहरा संबंध है और यहां भी अल्पसंख्यकों की स्थिति गंभीर हो रही है.
अजमेर शरीफ और धार्मिक स्थलों पर विवाद
अल्वी ने अजमेर शरीफ दरगाह से संबंधित हालिया विवाद पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भारतीय अल्पसंख्यकों की स्थिति की तुलना बांग्लादेश से की थी और यह पूरी तरह से गलत है. राशिद अल्वी ने कहा कि भारत में स्थिति बांग्लादेश से कहीं ज्यादा खराब है जहां हर दिन धार्मिक स्थल और अल्पसंख्यक समुदाय निशाने पर हैं.
संभल की घटना के बारे में क्या कहा है?
राशिद अल्वी ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि यह घटना भारतीय समाज में बढ़ती असहमति और धार्मिक तनाव का परिणाम है. इसके अलावा अजमेर शरीफ के मसले पर भी उन्होंने चिंता जताई और कहा कि अब धार्मिक स्थलों को लेकर विवाद उठाए जा रहे हैं जो पूरे समाज के लिए खतरनाक हो सकता है.
भारत में अल्पसंख्यक सुरक्षा पर चिंता
अल्वी ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों का जिक्र करते हुए कहा कि अगर भारत में भी ऐसी स्थिति पैदा होती है तो भारत और बांग्लादेश में कोई अंतर नहीं रहेगा. उन्होंने बांग्लादेश के अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर भी चिंता व्यक्त की.
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