बांग्लादेश में हाल के महीनों में हिंदू मंदिरों और पूजा स्थलों पर हमलों की कई घटनाएं सामने आई हैं. इनमें ढाका के तांतीबाजार स्थित एक पूजा मंडप पर हमला और दुर्गा पूजा के दौरान सतखिरा में जेशोरेश्वरी काली मंदिर से चोरी की घटनाएं शामिल हैं. भारत सरकार ने इन घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इनसे धार्मिक स्वतंत्रता और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को खतरा पहुंचा है.
भारत सरकार ने संसद में कहा कि बांग्लादेश सरकार पर देश में रहने वाले हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है. भारत ने यह भी कहा कि पूजा स्थलों की सुरक्षा के साथ-साथ नागरिकों के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा करना बांग्लादेश सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है.
कूटनीतिक माध्यम से उठाया मुद्दा
भारत ने इन मुद्दों को कूटनीतिक माध्यम से बांग्लादेश के सामने उठाया है और उम्मीद जताई है कि वहां की सरकार उचित कार्रवाई करेगी. इन घटनाओं के बाद से बांग्लादेश सरकार ने भी मंदिरों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त कदम उठाने का आश्वासन दिया है. भारत सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि वह ऐसे मामलों पर नजर बनाए रखेगी.
धार्मिक स्वतंत्रता का संरक्षण आवश्यक
भारत ने इस बात पर भी जोर दिया कि किसी भी देश में धार्मिक स्वतंत्रता का संरक्षण आवश्यक है. ऐसे हमले न केवल धार्मिक सौहार्द को चोट पहुंचाते हैं, बल्कि दोनों देशों के बीच संबंधों को भी प्रभावित कर सकते हैं. भारत सरकार ने बांग्लादेश सरकार से अपेक्षा की है कि वह दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.
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