बेंगलुरु के एआई इंजीनियर अतुल सुभाष ने 9 दिसंबर को सुसाइड किया था. उन्होंने मरने से पहले एक वीडियो और लेटर में पत्नी पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. उनके इस सुसाइड नोट से ये भी पता चला है कि पत्नी निकिता सिंघानिया से उनकी आखिरी बार क्या बात हुई थी. 24 पन्नों के लेटर में अतुल सुभाष ने बताया कि निकिता तीन साल पहले घर छोड़कर गई और फिर कभी नहीं लौटी, न तो वो खुद बात करती थी और न ही बेटे से बात करवाती थी. अतुल सुभाष सुसाइड को पूरे 18 दिन बीत चुके हैं और उनकी पत्नी, सास और साले तीन आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं. बेंगलुरु पुलिस पूछताछ कर रही है और 31 दिसंबर को तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाना है.
अतुल सुभाष ने अपने सुसाइड नोट में बताया कि तीन साल पहले 2021 में निकिता घर छोड़कर गई थी. वो नहीं जानते थे कि अब निकिता कभी वापस लौटेगी ही नहीं और वह अपने बेटे को देखने के लिए भी तरस जाएंगे. अतुल ने ही बेंगलुरु से बनारस के लिए निकिता की फ्लाइट की टिकट बुक करवाई थी. टिकट बुक करवाने के बाद अतुल ने निकिता को टिकट भी वॉट्सऐप किया था. फिर निकिता गुड बाय बोलकर निकल गई.
अतुल ने बताया कि जौनपुर पहुंचने के बाद निकिता के तेवर ही बदल गए. उसके रंग-ढंग देखकर वह चौंक गए. सुसाइड नोट की मानें तो निकिता के जौनपुर जाने के बाद वह न तो ठीक से बात करती थी और न ही बेटे से बात करवाती थी. अतुल बार-बार बच्चे से बात करने के लिए वॉट्सऐप पर मैसेज भी भेजता था, लेकिन निकिता ने बच्चे से बात करवाने के लिए साफ मना कर दिया.
इसके बाद पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ता चला गया. सुसाइड से पहले अतुल ने जो वीडियो बनाया था, उसमें उसने कहा, 'मैं तो यह सोच रहा था कि निकिता वापस लौटेगी, लेकिन उसने वहीं से मुझे अपने रंग-ढंग दिखाना शुरू कर दिए. उसके बाद मेरे ऊपर एक के बाद एक 9 केस दर्ज करवा दिए. ऑफिस से सिर्फ 23 छुट्टियां मिलती थीं, लेकिन उन्हें 40 बार कोर्ट में पेशी के लिए फैमिली कोर्ट जाना पड़ा. मैं अपनी बेगुनाही का सुबूत देता रहा, लेकिन किसी ने भी मेरी नहीं सुनी. मेरी बीवी ने बेटे को औजार बनाकर 80 हजार रुपये महीना मेंटेनेंस मांगा. पहले केस सेटल करने के लिए 1 करोड़ मांगे और फिर 3 करोड़ रुपये की डिमांड करने लगी.'
अतुल सुभाष ने 9 दिंसबर को रात 11 बजे बेंगलुरु में अपने फ्लैट में फंदा लगाकार आत्महत्या कर ली थी. मरने से पहले अतुल ने 90 मिनट का वीडियो बनाकर निकिता पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. इसके बाद पुलिस ने 10 दिसंबर को निकिता, उसकी मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और चाचा सुशील सिंघानिया के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. 13 दिसंबर को सुशील सिंघानिया के अलावा बाकी तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.
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